न खाऊंगा, न खाने दूंगा, सबसे बड़ा जुमला, मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू
रायपुर- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीता लोधी ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इलेक्टोरल बॉड का मामला उजागर होने से भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो गई है. इलेक्टोरल बॉड का मामला उजागर होने के बाद भाजपा का भ्रष्ट चेहरा उजागर हो गया है. “न खाऊंगा न खाने दूंगा” का नारा सबसे बड़ा जुमला साबित हुआ है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीता लोधी ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये जिस तरह लूट खसोट की गई है, उसका जवाब देश की जनता लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराकर देगी. सच ये है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये चंदे का धंधा करने वाले भाजपा नेताओं ने विभिन्न कंपनियों को आम जनता से लूट खसोट करने की छूट दे दी. इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये भाजपा ने जितनी रकम अलग-अलग कंपनियों, औद्योगिक घरानों से वसूल की है, उससे कई गुना ज्यादा रकम इन कंपनियों ने देश की जनता से लूट ली. बेतहाशा महंगाई बढ़ने की वजह भी यही है.
उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉड के माध्यम से किये गए भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से भाजपा की मान्यता रद्द करने की मांग की है. भाजपा का भ्रष्ट चेहरा बेनकाब होने पर हार के डर से घबराए भाजपा नेता अब फिर से धर्म का सहारा लेकर वोट बटोरने की कोशिश कर रहे हैं. नीता ने कहा कि हिंदू मुसलमान का मुद्दा उछालकर नफरत की राजनीति करने और अरबों रुपए का चंदा वसूलने वाले भाजपा नेताओं के इरादों को देश की जनता समझ चुकी है. मोदी सरकार ने व्यवसायिक संस्थानों को केन्द्रीय एजेंसियो के माध्यम से डरवा कर छापे मारे और गलत कार्यवाही करते हुए इलेक्टोरल बांड के माध्यम से वसूली कराई. जिन कंपनियो ने भाजपा को चुनावी चंदा दिया, उनको हजारों करोड़ रू. के ठेके दिये गये. जिन कंपनियों ने भाजपा को चंदा दिया, उनके खिलाफ मनीलांड्रिंग की कार्यवाही मोदी सरकार ने रोक दी. पिछले पांच साल में भाजपा नें 1,300 से अधिक कंपनियों और व्यक्तियों से इलेक्टोरल बांड के रूप में 11,000 करोड़ से ज्यादा रकम का चंदा हजम किया. इलेक्टोरल बांड देश का अब तक का सबसे बड़ा चुनावी चंदा घोटाला है.