
रायपुर- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 04 दिसम्बर को भारतीय नौसेना दिवस पर साहस, शौर्य और निष्ठा के प्रतीक जल सीमाओं के प्रहरी भारतीय नौसैनिकों और उनके परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. श्री बघेल ने कहा है कि समुद्री सीमा की रक्षा के साथ नौसैनिकों ने प्राकृतिक आपदाओं और विपरीत परिस्थितियों में आगे बढ़कर देश सेवा की है. भारतीय नौसैनिकों के अदम्य साहस और पराक्रम ने हमेशा हर भारतीय को गौरवान्वित किया है. पूरा देश एक स्वर में सभी भारतीय नौसैनिकों की राष्ट्रसेवा को नमन करता है.
भारतीय नौसेना दिवस का इतिहास
भारतीय नौसेना की स्थापना 1612 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा की गई थी. 1971 में भारत-पाकिस्तान हुआ. युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को भारतीय हवाई अड्डों पर हमला किया. उनके आक्रामक हमलों के जवाब में, भारतीय नौसेना ने 4 और 5 दिसंबर की रात को हमले की योजना बनाई, क्योंकि पाकिस्तान के पास बमबारी करने के लिए विमान नहीं था. हमले के दौरान सैकड़ों पाकिस्तानी नौसेना के जवान मारे गए थे. कमोडोर कासरगोड पट्टानशेट्टी गोपाल राव ने भारतीय नौसेना के पूरे अभियान का नेतृत्व किया था. भारतीय नौसेना की सफलता का जश्न मनाने के लिए हर साल इंडिन नेवी डे 4 दिसंबर को मनाया जाता है.
भारतीय नौसेना दिवस 2022 का महत्व, आयोजन के बारे में जानें
- मई 1972 में वरिष्ठ नौसेना अधिकारी सम्मेलन में, 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना के प्रयासों और उपलब्धियों को स्वीकार करने के लिए 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाने का निर्णय लिया गया. जानें इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें…
- भारतीय नौसेना दिवस 2022 भारतीय नौसेना मिसाइल नौकाओं द्वारा कराची में ऑपरेशन ट्राइडेंट की जीत को दर्शाने के लिए मनाया जाता है.
- ऑपरेशन ट्राइडेंट की जीत का सम्मान करने के लिए हर साल भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है.
- नेवल इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिकल टेक्नोलॉजी (एनआईएटी) गुड होप ओल्ड एज होम, फोर्ट कराची में 24 से 26 नवंबर तक एक सामुदायिक सेवा का आयोजन करता है, जहां छात्र खेलों और विभिन्न अन्य गतिविधियों के साथ नौसेना के कार्यक्रम में भाग लेते हैं. इसके अतिरिक्त नेवी बॉल, नेवी क्वीन और कई अन्य प्रतियोगिताएं भी नेवी फेस्टिवल में आयोजित की जाती हैं.