महापौर ने वित्तीय बजट में कागजो से फूलों की खुशबू निकालने का किया काम: धमेंद्र भगत
भिलाई- रिसाली नगर निगम महापौर शशी सिन्हा ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए शुक्रवार को अनुमानित बजट 135 करोड़ 34 लाख 90 हजार रुपए प्रस्तुत किया. विपक्ष ने इस बजट को आकड़ों का मायाजाल कहा. विपक्ष ने आरोप लगाते हुए वित्तीय वर्ष में किए गये पुरानी विकास कार्य अभी तक पुरी नहीं हुई है अब फिर सदन में नया जुमला लेकर प्रस्तुत किया जा रहा है. भाजपा पार्षद धमेंद्र भगत ने कहा कि महापौर ने पिछली वित्तीय बजट में कागजों से फूलों की खुशबू निकालने का काम किया है फिर से इस बार वही देखने को मिला है.
महापौर परिषद के सदस्य चंद्रभान सिंह ठाकुर ने बताया कि अमृत मिशन योजना के तहत शासन को प्राक्क्लन 4 करोड़ का बना कर दिया गया था. परंतु स्वीकृत 2 करोड़ की हुई है. इसके चलते कई वार्डों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है. 2 करोड़ की राशि से वार्ड 16, 17 व 18 सहित अन्य वार्डो में पाइप लाइन का संधारण मरम्मत कार्य किया है. फंड नहीं होने के चलते कई वार्ड में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है. रिसाली निगम को आज भी भिलाई निगम से पानी खरद कर सप्लाई करनी पड़ रही है. वर्तमान में भिलाई निगम को 8 करोड़ रुपए पानी का बकाया है. वार्ड 37 जोरातराई में आज भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है. ऐसे कई वार्डो में पानी की समस्या की शिकायत मिली है.
भाजपा पार्षद विधि यादव ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को प्रतिदिन 405 रुपए अथवा 366 रुपए के हिसाब से वेतन का भुगतान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को 220 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से दिया जा रहा है. इन कर्मचारियों के पीएफ एवं कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) की सुविधा भी दी जाए. पार्षद ने कहा कि वार्ड की जनसंख्या को देखते हुए सफाई कर्मचारियों को वार्ड वार बढ़ाए जाए. इस पर सदन में सहमति दी है.