
गजेंद्र वर्मा – जनता के कामकाज में चुस्ती लाने के लिए राज्य शासन ने बड़े पैमाने पर पटवारियों का तबादला आदेश जारी किया है. एक तरफ पटवारियों का संगठन इसके विरोध में खड़ा नजर आ रहा है वहीं कुछ पटवारियों ने तरह-तरह की वजह बताकर अपना तबादला रुकवाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. एक ऐसा ही मामला अमलेश्वर में पदस्थ पटवारी का है. उसने स्वयं को दिल का मरीज बताकर तबादला रोकने का आवेदन सांसद को दिया. सांसद के पत्र पर सीएम हाउस ने उनका तबादला निरस्त करने के आदेश जारी कर दिये.
शिवकुमार सोनी पटवारी हल्का क्रमांक 3 अमलेश्वर, तहसील पाटन, जिला दुर्ग में पदस्थ हैं. उनका तबादला पटवारी हल्का नम्बर 11, तहसील एवं जिला दुर्ग में कर दिया गया था. उन्होंने सांसद विजय बघेल को पत्र लिखकर बताया कि वह दिल का मरीज है और हाल ही में उनका आपरेशन हुआ है. इसलिए सहानुभूति पूर्वक विचार कर उनका तबादला निरस्त करने के आदेश दिये जाएं. सांसद विजय बघेल ने इसके आधार पर 16 फरवरी, 2024 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखा. इसके आधार पर 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी ने तबादला निरस्त करने संबंधी आदेश भी जारी कर दिया.
मजे की बात यह है कि उक्त पटवारी कातुलबोर्ड दुर्ग का रहवासी है. अमलेश्वर उसके घर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. खेदामारा, जहां उनका तबादला किया गया है, उनके निवास से महज 11 किलोमीटर दूर है. ऐसे में दिल की बीमारी को कारण बताया जाना गले से नहीं उतरता. पटवारी सोनी ने सांसद को बताया है कि उनका तबादला अमलेश्वर में 6 माह पहले ही हुआ है. जानकारों की मानें तो हकीकत यह है कि वे उसी क्षेत्र में विगत साढ़े चार वर्षों से भी अधिक समय से पदस्थ हैं.