
पुलिस और नक्सलियों में फायरिंग: 6 माह के बच्चे की हुई थी मौत, दोषियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
भिलाई- बस्तर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के मुतवंडी गांव के जंगलों में बीते 1 जनवरी को पुलिस व नक्सलियों के बीच क्रॉस फायरिंग में मुतवंडी गांव की छह माह की एक मासूम से उसकी जिंदगी छीन ली. इस मामले को लेकर सिविक सेंटर सेक्टर-6 भिलाई में विरोध प्रदर्शन कर मासूम बच्चे के हत्यारे की गिरफ्तारी करने की मांग की.
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की देश के अंदर हो रहे दलित आदिवासी अल्प संख्यको के उपर हमला लगातार जारी है. छत्तीसगढ़ के हसदेव और बस्तर में आदिवासियो को उनके जल जंगल जमीन को उजाड़ने और विस्थापित करने का सरकारी षड्यंत्र जारी है वर्तमान में बस्तर के अंदर 6 माह के बच्चे को मार दिया गया और सरकार दोषियों के उपर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, बल्कि नक्सली का आरोप लगाकर आम आदिवासी को मार दिया जा रहा है.
बस्तर में आदिवासी महिलाएं अपने सम्मान और सुरक्षा के लिए जूझ रहे है. जल, जंगल और जमीन को सहेज के रखने वाले आदिवासी आज वे अपने घर के लिए तड़प रहे है और सरकार के नजर मे देशद्रोही या नक्सली समझा जा रहा है. वही अल्प संख्यक मुसलमानो और ईसाइयों के खिलाफ भाजपा द्वारा हमला लगातार जारी है जो लोकतंत्र के लिए खतरा है. दिल्ली के अंदर किसानो के लड़ाई को सरकार दमन कर रही है अश्रु गैस और रबर गोलीया चलाई जा रही है मानों किसान भारत के नहीं है. इस तरह दमन का विरोध करते है मिलिट्री शासन से आंदोलन दबाया नही जा सकता.
चंद्रभान सिंह ठाकुर, सुरेंद्र मोहंती,देवेंद्र सोनी,नीरा डेहरिया,चंद्रकला तारम,कलादास डेहरिया,राजेंद्र परघनिया,कमलेश,कोमल,कलाम,मसराम,ओमनाथ नेताम,कमल नेताम,चंद्रिका रावटे, ईश्वर भंडारी,उमा सिंह,सोनी जी,बहूर सिंह,कून्जलाल,नारद सोरी,संदीप आदि उपस्थित रहे.