मात्र 10 साल में ही 150 लाख करोड़ का कर्ज बढ़ गया
पूर्ववर्ती सरकारों पर घोटालों के आरोप लगाने से मोदी सरकार की नाकामी नहीं छिपेगी
मोदी सरकार की उपलब्धि में देश की संपत्ति बेचना और जनता पर भारी भरकम टैक्स लगाना है
रायपुर. भाजपा के आरोप का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी ने देश को कर्ज में डूबा दिया. 10 साल में ही देश पर 150 लाख करोड़ का कर्ज बढ़ गया है. अर्थव्यवस्था को लेकर श्वेत पत्र नरेंद्र मोदी के नाकामी का प्रमाण पत्र है. श्वेत पत्र के आड़ में भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार की नाकामियों को ढकने का भरपूर प्रयास कर रही है. श्वेत पत्र का मुख्य उद्देश्य बीते 10 वर्षों में एनडीए सरकार के कई पापों और कमियों को लीपा पोती करना है.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति जीडीपी विकास दर है इससे पहले कभी 5 साल की अवधि में भारत ने 8 प्रतिशत की विकास दर हासिल नहीं की थी जो 2004, 2009 में हासिल की थी. इससे पहले 10 साल की अवधि में भारत ने कभी 7.5 प्रतिशत की विकास दर हासिल नहीं की थी जो 2004- 2014 में हासिल की थी. 2005-06 और 2007-08 के बीच 3 वर्षों में विकास की जो स्वर्णिम अवधि दर्ज की जब सकल घरेलू उत्पाद 9.5 प्रतिशत की औसत से 9 प्रतिशत या उससे अधिक की दर से बढ़ा. मंदी के दौर में भी भारतीय अर्थव्यवस्था ने अपना सर्वश्रेष्ठ राजकीय प्रदर्शन 2007-08 में किया जब राजकीयकोष घाटा 2.5 प्रतिशत और राजस्व घाटा 1.1 प्रतिशत था।
एनडीए सरकार ने 14.56 लाख करोड़ कर्ज माफ किये
श्री ठाकुर ने कहा कि एनडीए और यूपीए सरकार के दौरान के आंकड़े का भाजपा नेताओं को ठीक से अध्ययन करना चाहिए. यूपीए सरकार में जीडीपी की वृद्धि 7.46 प्रतिशत थी एनडीए सरकार में 5.9 प्रतिशत हैं. राजकीय कोस घाटा 4.5 प्रतिशत था, आज 5.8 प्रतिशत है. राष्ट्रीय ऋण 55 लाख करोड़ था, आज 205 लाख करोड़ है. ऋण जीडीपी का अनुपात यूपीए सरकार के दौरान 52 प्रतिशत था एनडीए में 58 प्रतिशत है. घरेलू बचत जीडीपी का प्रतिशत यूपीए सरकार के दौरान 23 प्रतिशत था, आज 19 प्रतिशत है. कृषि आय वृद्धि दर यूपीए सरकार के समय 4.1 प्रतिशत था, आज 1.3 प्रतिशत है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनपीए यूपीए सरकार के समय 8 लाख करोड़ था एनडीए सरकार में आज 55 लाख करोड़ से अधिक है. यूपीए सरकार के समय माफ किए गए बैंक ऋण 2.2 लाख करोड़ था, एनडीए में 14.56 लाख करोड़ हैं.
एनडीए की हम दो हमारे दो की नीति
श्री ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था को गर्त में डाल दिया है. देश के ऊपर 205 लाख करोड रुपए का कर्ज चढ़ गया है. हर वर्ष 2 करोड़ नौकरी देने, 100 दिन में विदेश में जमा काला धन वापस लाना, हर नागरिक के बैंक खाता में 15 लाख रुपए डालना, पेट्रोल डीजल 35 रु. प्रति लीटर, किसानों की आय दोगुनी होगी, 2023-24 तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना. हर परिवार को 2022 तक घर और 2022 तक 100 स्मार्ट सिटी जैसे वादे को पूरा करने में नाकाम साबित हुई है आज देश की संपत्तियां पानी के मोल बेची जा रही है देश की सरकार हम दो हमारे दो के नीति पर काम कर रही है.
हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, पंचायती राज आखिर किसकी देन है
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों पर घोटाले का आरोप लगाकर मोदी सरकार अपनी नाकामी पर पर्दा नहीं डाल सकती. आजादी के बाद और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले तक कांग्रेस शासनकाल में प्रधानमंत्रियों ने हर वर्ग के लिए योजना बनाया, देश का आधुनिकीकरण किया, ट्रेन चलाई, हवाई जहाज चलाया, निशुल्क दवाइयां दी गई, निशुल्क टीकाकरण किया गया, शिक्षा-स्वास्थ्य की उचित व्यवस्था की गई, कल-कारखाने सड़क-पुल पुलिया का निर्माण किया गया, देश और विदेश में भारत का नाम रोशन किया गया, युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई, हरित क्रांति – श्वेत क्रांति जैसे 20 सूत्री कार्यक्रमों पर कार्य किया गया, पंचायती राज को सशक्त किया गया, विकट परिस्थितयों में भी दुश्मन देश से लड़ाईयां लड़ीं, और तो और पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश बनाया, थल सेना, वायु सेना, जल सेना को आधुनिकीकरण के साथ मजबूत किया बनाया. देश की अर्थव्यवस्था को 145वें नंबर से टॉप 10 के भीतर लाने में भी यूपीए सरकार की अहम भूमिका रही.