
दुर्ग : छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र के मैत्री बाग में सफेद बाघों के परिवार के दो नए सदस्यों को चार माह के इंतजार के बाद शुक्रवार से पर्यटक देख सकेंगे. इन नर शावकों का जन्म बीते साल सितंबर में हुआ था. चार माह की देखरेख व निगरानी के बाद इन्हें जू में बाहरी केज में रखा जाएगा. इन शावकों की अठखेलियां यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगी. अधिकारियों ने बताया कि इन शावकों के जन्म के साथ ही भिलाई शहर में चिड़ियाघर में सफेद बाघों की संख्या 10 हो गई है.
अधिकारी ने दी जानकारी
चिड़ियाघर के प्रभारी एनके जैन ने बताया, ‘‘पिछले साल आठ सितंबर को ‘रोमा’ नाम की सफेद बाघिन ने दो नर शावकों को जन्म दिया और जन्म की खबर गुरुवार को सामने आई.’’ उन्होंने बताया कि आम जनता शुक्रवार को यानि आज से शावकों को देख पाएगी.
भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवा विभाग (टीएसडी) के बागवानी अनुभाग द्वारा प्रबंधित मैत्री बाग चिड़ियाघर में 2023 में दूसरी बार सफेद बाघ शावकों का जन्म हुआ है. अधिकारी ने बताया कि एक अन्य सफेद बाघिन ‘रक्षा’ ने पिछले साल 28 अप्रैल को तीन शावकों को जन्म दिया था, जिनका नाम ‘रुस्तम’, ‘राणा’ और ‘बॉबी’ रखा गया.
बाघों की कुल संख्या हुई 10
जैन ने कहा कि नए शावकों के जन्म से चिड़ियाघर में सफेद बाघों की कुल संख्या 10 हो गई है. उन्होंने बताया, ‘‘सफेद रंग के फर और नीली आंखों वाले ये शावक अब लगभग पांच महीने के हो गए हैं.’’ जैन ने कहा, ‘‘बाघिन शावकों की देखभाल करते समय अत्यधिक सतर्क रहती है. अब तक बाघिन और शावकों को गुफा जैसा माहौल देने के लिए नियंत्रित रोशनी वाले बाड़े में रखा गया है. बाघिन अपना अधिकांश समय बच्चों की देखभाल में बिताती है. उसी के मद्देनजर बाघ शावकों के जन्म की खबर सार्वजनिक नहीं की गई.’’