
पैरों में झुनझुनी, कब्ज और कमजोरी की यह निकली वजह, आरोग्यम में हुआ इलाज
भिलाई- डोंगरगढ़ की यह महिला पिछले लगभग एक साल से कब्ज की समस्या से जूझ रही थी. कमजोरी के अलावा उसके निचली कमर में दर्द और दोनों पैरों में झुनझुनी रहती थी. तमाम देसी इलाज के बावजूद जब वह ठीक नहीं हुई तो उसे आरोग्यम सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर लाया गया. जांच करने पर उसकी रीढ़ की हड्डी में विकार पाया गया जिसके कारण उसके उदर और नीचे का हिस्सा प्रभावित हुआ था.
65 वर्षीय इस महिला की जांच के लिए उसकी रीढ़ की एमआरआई कराई गई. वह लंबर कैनाल स्टेनोसिस (Lumbar Canal Stenosis) की शिकार थी. इस रोग में रीढ़ के निचले हिस्से के भीतर का खोखला हिस्सा संकरा हो जाता है और संवेगों का आदान प्रदान करने वाली तंत्रिका और मेरूदंड (स्पाइनल कार्ड) पर दबाव पड़ने लगता है. आमतौर पर ऐसा अधिक उम्र के मरीजों में होता है. पैरों में झुनझुनी और लगातार कब्ज की स्थिति के बने रहने के पीछे भी यही वजह थी. सर्जरी द्वारा इसे ठीक करने का निर्णय लिया गया.
न्यूरोसर्जन डॉ कुलदीप सिंह ने बताया कि एमआरआई से पता चला कि मरीज के एल-3 से लेकर एस-1 कशेरुकाओं के बीच तंत्रिकाओं पर दबाव पड़ रहा था. सर्जरी द्वारा कशेरुकाओं को फिक्स करने के साथ ही तंत्रिकाओं को मुक्त कराया गया. इस सर्जरी में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ मधुरिमा सिंह की भी बड़ी भूमिका रहा. सर्जरी लगभग चार घंटे तक चली. आपरेशन के तीन दिन बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई. मरीज का पूरा इलाज आयुष्मान के तहत किया गया.