मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव को चुनकर पूरे देश को हैरान कर दिया है. अब मोहन यादव पर विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई हैं. मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार (12 दिसंबर) को बीजेपी पर तंज करते हुए हमला बोला. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने मोहन यादव के खिलाफ बड़े पैमाने पर हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने उज्जैन मास्टर प्लान पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यही राज्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है.
बीजेपी ने सोमवार को चौंकाते हुए ओबीसी नेता और तीन बार के विधायक मोहन यादव को मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक अखबार के हवाले से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “चुनाव परिणाम के आठ दिन बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री चुना भी तो एक ऐसे व्यक्ति को जिस पर उज्जैन मास्टरप्लान में बडे पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं.”
उन्होंने कहा, “सिंहस्थ के लिए रिजर्व 872 एकड़ जमीनों मे से उनकी जमीन को लैंड यूज बदलकर अलग किया गया. इनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिनमें यह गाली देते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते हुए दिख रहे हैं.”
रमेश ने प्रधानमंत्री के ‘मोदी की गारंटी’ वाले बयान पर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा, “क्या यह मध्य प्रदेश के लिए ‘मोदी की गारंटी’ है?” रमेश ने अपने दावों के समर्थन में एक न्यूज क्लिपिंग भी शेयर की है.
चुनाव परिणाम के आठ दिन बाद भाजपा ने मध्यप्रदेश के लिए मुख्यमंत्री चुना भी तो एक ऐसे व्यक्ति को जिस पर उज्जैन मास्टरप्लान में बडे पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं।
सिंहस्थ के लिए रिज़र्व 872 एकड़ ज़मीनों मे से उनकी ज़मीन को लैंड यूज़ बदलकर अलग किया गया। इनके कई वीडियो… pic.twitter.com/itQ9zG61va
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 12, 2023
सीएम पद के दावेदार नहीं थे मोहन यादव
मोहन यादव को सीएम पद के दावेदारों में नहीं देखा गया था. उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का करीबी माना जाता है और वह तीन बार के विधायक और ओबीसी के एक प्रमुख नेता हैं, जिनकी राज्य में आबादी 48 फीसदी से अधिक है. वह पहली बार 2013 में उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए और 2018 और फिर 2023 में विधानसभा सीट बरकरार रखी. बीजेपी विधायक निवर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री के रूप मे कार्यरत थे.