राजनांदगांव– छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा ने बहुमत से सत्ता पर कब्जा कर लिया है लेकिन राजनांदगांव जिले में विधानसभा की 6 विधानसभा सीटे हैं. यहां बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. राजनांदगांव में कांग्रेस ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि बीजेपी के खाते में केवल 1 ही सीट आई है. राजनांदगांव विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह ने 45084 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन को परास्त कर दिया है.
खैरागढ़ विधानसभा सीट
खैरागढ़ विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. खैरागढ़ में 2018 में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के उम्मीदवार को जीत मिली थी. इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां से यशोदा वर्मा को उम्मीदवार बनाया था. वहीं, बीजेपी ने विक्रांत सिंह को उम्मीदवार बनाया था. विक्रांत सिंह को 4697 वोटों की अंतर से परास्त कर दिया हैं. कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने 85706 वोट प्रात्प की.
डोंगरगढ़ विधानसभा चुनाव
डोंगरगढ़ विधानसभा सीट पर 2018 में कांग्रेस के उम्मीदवार भुवनेश्वर शोभाराम बघेल ने जीत दर्ज की थी. इस बार के हर्षिता स्वामी बघेल को कांग्रेस ने टिकट दिया था. वहीं, बीजेपी ने यहां से विनोद खांडेकर को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी और कांग्रेस के अलावा यहां से आम आदमी पार्टी और बीएसपी ने भी उम्मीदवार उतारे थे. भाजपा प्रत्याशी विनोद खांडेकर को यहां से 74778 वोट मिले वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार हर्षिता बघेल ने 89145 वोटों से जीत की.
राजनांदगांव विधानसभा सीट
राजनांदगांव विधानसभा सीट राज्य की हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट थी. इस सीट से बीजेपी ने पूर्व सीएम रमन सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था. वहीं, कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को टिकट दिया था. 2008 के विधानसभा चुनाव से लगातार यहां से बीजेपी के रमन सिंह जीत रहे हैं. इस बार भी रमन सिंह भारी मतों से जीत दर्ज की है.
खुज्जी विधानसभा सीट
खुज्जी विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत हुई थी. इस बार बीजेपी ने कांग्रेस के इस गढ़ से गीता घासी साहू को उम्मीदवार बनाया था. वहीं, कांग्रेस ने यहां से भोलाराम साहू को टिकट दिया था. कांग्रेस उम्मीदवार ने 25944 वोट की अंतर से जीत दर्ज की.
डोंगरगांव विधानसभा सीट
डोंगरगांव विधानसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस समेत 10 उम्मीदवार मैदान में थे. कांग्रेस ने डोंगरगांव ने दलेश्वर साहू को उम्मीदवार बनाया था. इस बार बीजेपी ने इस सीट से भरत लाल वर्मा को टिकट दिया था. कांग्रेस के उम्मीदवार ने यहां से 2789 वोट की अंतर से जीत दर्ज की.
मोहला-मानपुर विधानसभा सीट
मोहला-मानपुर विधानसभा सीट एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है. इस सीट पर 2018 में कांग्रेस ने इंद्रशाह मंडावी को टिकट दिया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी. इस बार कांग्रेस ने फिर से मौजूदा विधायक इंद्रशाह मंडावी को टिकट दिया था. वहीं, बीजेपी ने इस सीट से संजीव शाह को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस के उम्मीदवार ने यहां से 31741 वोट की अंतर से जीत दर्ज की.