दुर्ग – पूरे देश में उत्साह के साथ मनाए जाने वाले कार्तिक पूर्णिमा के दिन विधायक अरुण वोरा शिवनाथ नदी के तट पर पहुंचे एवं आरती, पूजा में शामिल होने के साथ ही श्रद्धालुओं से भेंट मुलाकात की. वोरा ने शिवनाथ नदी के जल का आचमन कर भगवान शंकर का अभिषेक किया एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वोरा ने कहा कि हिन्दू धर्म के शैव एवं वैष्णव दोनों ही मतों में कार्तिक पूर्णिमा का अपना महत्व है जल प्रलय के दौरान वेदों की रक्षा के लिए भगवान विष्णु के प्रथम मत्स्य अवतार का अवतरण इसी दिवस होना माना जाता है. वेदों एवं पुराणों में कार्तिक मास की पूर्णिमा अपना खास महत्व रखती है.
पूरे देश में लोग अपनी मान्यताओं के अनुसार इस त्योहार को मनाते हैं एवं प्रतीकात्मक गंगा स्नान किया जाता है. इसके अलावा सिक्ख समाज के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी का प्रकाश पर्व भी इसी दिन मनाया जाता है. श्रद्धालुओं ने वोरा जी को नदी तट में होने वाले आयोजनों के दौरान होने वाली समस्याओं से अवगत करवाया जिसके बाद उन्होंने विधायक निधि से वहां स्थित राम जानकी मंदिर के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के साथ तट पर सुलभ निर्माण करवाने की भी घोषणा की. निगम अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि शिवनाथ तट पर साल भर में कई आयोजन किये जाते हैं, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, जिसके दृष्टिगत व्यवस्थाएं बढ़ाना आवश्यक है. सार्वजनिक शौचालय, चेंजिंग रूम जैसी मूलभूत सुविधाएं स्मार्ट सिटी की तर्ज पर उपलब्ध कराई जाएं. पुलिस विभाग एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों को वोरा ने मौके पर सजग रहने के निर्देश दिए. इस दौरान एल्डरमैन राजेश शर्मा, अंशुल पांडेय, प्रवीण चंद्राकर मौजूद थे.