
क्रिकेट की कमाई से आतंकी फंडिंग!
शॉर्टकट से अकूत कमाई हमेशा अपने साथ कई मुसीबतों को लेकर आती है. ऑनलाइन क्रिकेट का सट्टा भी इसी तरह का जरिया है जिससे 20 साल से लेकर 28-30 साल तक की उम्र के कुछ युवा आईपीएल मैचों के दौरान प्रतिदिन लाखों रुपए कमा रहे हैं. उनकी जीवन शैली रातों रात बदल गई है. बड़ी-बड़ी लग्जरी गािड़यां, महंगे फोन, आलीशान पार्टियां लोगों को चकाचौंध कर रही हैं. युवा बरबस इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं और इसमें पैसा लगाने के लिए घर पर चोरी कर रहे हैं, लड़ झगड़ रहे हैं. इससे एक तरफ जहां युवा पथभ्रष्ट हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस बात के भी संकेत मिले हैं कि क्रिकेट सट्टे की इस अकूत कमाई का उपयोग आतंकी फंडिंग के लिए किया जा रहा है.
सट्टा चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, इसका 50 फीसद हिस्सा चुपचाप अंडरवर्ल्ड के पास पहुंच जाता है. इस रकम के एवज में सटोरियों को न केवल एक मजबूत मनी-लांड्रिंग नेटवर्क मिल जाता है बल्कि उसे कुछ हद तक सुरक्षा भी मिल जाती है. इस अकूत कमाई से अंडरवर्ल्ड आतंकी नेटवर्क की फंडिंग करता है. पुलिस का अनुमान है कि रेड्डी अन्ना ऐप और महादेव बुकी आईडी से अरबों रुपए का खेल खेला जा रहा है. इनका संचालन दुबई से हो रहा है. इसके बड़े बुकियों के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए हैं. इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट के पर्याप्त सबूत होने और कई गिरफ्तारियां होने के बावजूद केन्द्रीय एजेंसियों की चुप्पी खलती है.
2013 में हुआ था खुलासा
क्रिकेट सट्टे में इसका खुलासा पहली बार 2013 में हुआ था. आईपीएल-6 फिक्सिंग में अरबों रुपये का सट्टा लगा. पुलिस के हाथ कुछ सूत्र भी लगे जो इसमें अंडरवर्ल्ड डॉन का हाथ होने की ओर साफ इशारा कर रहे थे. पुलिस को सूचना मिली थी कि सट्टे में मुनाफे का 50 प्रतिशत हिस्सा डी कंपनी के अनीस इब्राहिम को जाता है जबकि बाकी बची रकम भारत के बुकीज में बंटती है. दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए बुकीज ने भी इस बात की तसदीक की थी. बुकीज ने बताया था कि डी कंपनी के इशारे पर ही खिलाड़ियों को रुपये दिए गए. अश्विनी, सुनील भाटिया और याहिया जैसे बड़े बुकीज पुलिस के हत्थे चढ़े. पुलिस को अश्विनी की खबर 2007 से ही थी. हैदराबाद का बुकी आमिर भारत का नेटवर्क संभालता था. वह सुनील भाटिया के निर्देशन में काम करता था जिसके तार सीधे डी कंपनी के अनीस इब्राहिम से जुड़े थे. सुनील हवाला के जरिए आमिर तक पैसा पहुंचाता था, जो उसे खिलाड़ियों तक पहुंचाता था. 2016 में इसी क्रिकेट ने डी कंपनी की लुटिया डुबो दी थी जब भारत वेस्ट इंडीज के हाथों टी-20 मैच हार गया था. डी कंपनी को इसमें लगभग 2700 करोड़ का चूना लगा था.
छत्तीसगढ़ में कार्रवाई
छत्तीसगढ़ पुलिस लंबे समय से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले और आईडी बेचने वालों पर नजर रखे हुए थी. रोड सेफ्टी वर्ल्ड सिरीज-2022 से पहले पुलिस की सरगर्मी तेज हो गई है. हालिया कार्रवाई में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही ऑनलाइन सट्टा से जुड़ी गिरफ्तारियों की संख्या 100 पहुंच गई है. इसके अलावा पुलिस ने 80 लोगों की शिनाख्त कर ली है और उनका ब्यौरा भी जुटा लिया है. इस पूरे मामले में रायपुर भिलाई के आठ कारोबारी व बिल्डर तथा सफेदपोश भी शामिल हैं.
महादेव बुकी ऐप की तीसरी वर्षगांठ के समारोह में शामिल होने के लिए ये सभी दुबई गए थे. पुलिस का दावा है कि दुबई से लौटे सट्टेबाज गिरफ्तारी के डर से मुंबई, दिल्ली के होटलों में, अपने रिश्तेदारों के यहां, या फिर दोस्तों के घर पर छिपे हुए हैं. पुलिस ने 80 लोगों की सूची बनाई है जिनके लौटने का इंतजार किया जा रहा है. एयरपोर्ट में सादे कपड़ों में जवान तैनात हैं. इधर रायपुर पुलिस के ऐक्शन में आने के बाद बड़े बुकियों ने छत्तीसगढ़ छोड़ दिया है. इन लोगों ने भोपाल, मुंबई, दिल्ली, ओडिशा, हैदराबाद के अलावा दुबई में अपना ठीया बना लिया है. यहां उनका पूरा कारोबार कर्मचारियों के भरोसे संचालित हो रहा है.
ऐनिवर्सरी पार्टी में बॉलीवुड भी शामिल
महादेव ऐप के तीन साल पूरे होने पर दुबई के फेयरमोंट और द थियेटर हॉल में बड़ी पार्टियों का आयोजन किया गया. इसमें बॉलीवुड की कई हस्तियां भी शामिल हुईं. समझा जाता है कि इस पार्टी के आयोजन में अंडरवर्ल्ड की बड़ी भूमिका थी. अंडरवर्ल्ड की ऐसी पार्टियां काफी मशहूर हैं. इसके कुछ वीडियो पुलिस तक भी पहुंचे हैं. इनमें नजर आ रहे लोगों की शिनाख्त की कोशिशें जारी हैं. इस पार्टी में छत्तीसगढ़ से भी लगभग डेढ़ दर्जन लोग शामिल हुए थे. पुलिस की क्राइम और साइबर क्राइम की टीमें इसकी जांच में जुटी हुई हैं. इस पार्टी में एक ऐसा शख्स भी शामिल था, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह रेप का आरोपी है और गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा है.
सट्टे का पाकिस्तान कनेक्शन
गिरफ्तार सटोरियों और खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने ऑनलाइन सट्टा शुरू करने के लिए दुबई में दो पाकिस्तानियों से संपर्क किया था. ये दोनों पाकिस्तानी उनके बिजनेस पार्टनर हैं. इन पाकिस्तानियों ने सौरभ के क्रिकेट सट्टा कारोबार में करोड़ों रूपए निवेश किये हैं. सौरभ और रवि की टीम में दुबई का एक शेख भी जुड़ा हुआ है. सौरभ और रवि ने ऑनलाइन सट्टा की ट्रेनिंग हैदराबाद के रेड्डी अन्ना ऐप के संचालक से ली. दुबई टीम में अब चार भारतीय हैं. इनमें सौरभ चंद्राकर के अलावा कपिल चेलानी, रवि उत्पल तथा अतुल अग्रवाल के नाम शामिल हैं.
50 हजार से ज्यादा सबस्क्राइबर, 35 लाख यूजर
ऑनलाइन सट्टे की मार्केटिंग सोशल मीडिया ऐप के जरिये की जा रही है. सोशल मीडिया पर इसके 50 हजार से ज्यादा सबस्क्राइबर और 35 लाख से ज्यादा यूजर हैं. भारत में पुणे, बैंगलोर, विशाखापटनम, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, नागपुर में ब्रांच स्थपित किये गये हैं. ब्रांच की वेबसाइट के माध्यम से सट्टेबाजों को 10 से 15 लाख रूपए में आईडी उपलब्ध कराया जाता है. इसमें देश भर से अरबों रुपए के दांव लगते हैं. महादेव बुकी के अलावा बैट बाई नाइन, रेड्डी अन्ना, टाइगर लाइन के नाम से भी ऑनलाइन सट्टे की आईडी उपलब्ध है.
इसलिए मात खा रही पुलिस
आम तौर पर जब बंटवारे या लेनदेन को लेकर अपराधियों में फूट पड़ती है तभी पुलिस को सुराग मिलता है. इस मामले में सटोरिये बेहद सतर्क हैं. लेन-देन और चुकतारे को इतना क्लीन रखा गया है कि कभी विवाद की स्थिति ही न बने. सट्टा खेलने वालों को आईडी नगद बेची जा रही है. एडवांस पैसा देने पर ही दांव लगाया जा सकता है. इन सावधानियों के कारण कोई विवाद नहीं हो रहा और पुलिस के हाथ कोई पुख्ता जानकारी नहीं लग पा रही है.
पुलिस की सातवीं बड़ी कार्रवाई
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा की पड़ताल कर रही रायपुर पुलिस की टीम ने 12 सटोरियों को आंध्रप्रदेश से गिरफ्तार किया. उनके कब्जे से 8 लैपटॉप, 23 मोबाइल, दर्जन भर से ज्यादा रजिस्टर, 10 एटीएम कार्ड, और 10 खाता जब्त किया है। बता दें, रायपुर पुलिस के द्वारा ऑनलाइन सट्टा खिलाने और महादेव आईडी की बिक्री करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. थाना तेलीबांधा क्षेत्र के अवंति विहार से पकड़े गए दुर्ग के दो युवक वी. दिनेश और वी. कार्तिक उर्फ सोनू ने पूछताछ में इसकी जानकारी दी थी. इनके लैपटाप एवं मोबाईल फोन में महादेव एप्पीकेशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन सट्टा संचालित करने की बात भी सामने आई थी.
कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने सट्टा संचालित करने व महादेव आईडी की बिक्री करने की बात स्वीकार कर ली. आरोपियों से मिली जानकारी के बाद रायपुर पुलिस की टीम ने आंध्रप्रदेश के विजयनगर जाकर 10 युवकों को धर दबोचा. इन सभी की उम्र 20 से 30 साल के बीच है. सभी आरोपी अपने मोबाईल फोन एवं लैपटाॅप में ऑनलाइन महादेव सट्टा की आई डी बनाकर बिक्री करने के साथ ही ऑनलाइन सट्टा संचालित भी कर रहे थे.
जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई
गिरफ्तार किये गये सभी आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 643/22 धारा 4 क जुआ एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है. इनमें वैशाली नगर भिलाई थाना क्षेत्र के बी दिनेश (28) और वी कार्तिक (22) शामिल हैं. हैदराबाद से गिरफ्तार कर लाए गए लोगों में जांजगीर चांपा के अंकित चौबे (27), विजयनगरम के वी वेंकटेश, कोडगु कर्नाटक के कुशाल अप्पा (23), ईस्ट गोदावरी जिला आंध्रप्रदेश के एमके मौली, वैशाली नगर भिलाई के एम वेंकटेश (28), के राजू (32), बी दिनेश (28) वी कार्तिक (22), अमन चौधरी (20) और ए राजूराव (30) के अलावा दुर्ग का आयुष भारती (19), रितिक कुमार गिरी (20) शामिल है.
सौरभ चंद्राकर अब बन गया सौरभ महादेव
सौरभ चंद्राकर पाटन क्षेत्र के भैंसबोड़ (कुम्हली) गांव का मूल निवासी है. उसका काफी समय भिलाई में गुजरा है. यहां उसके पिता नगर निगम भिलाई में कर्मचारी थे. रवि उप्पल से उसकी दोस्ती भी यहीं हुई थी. परिवार के लोग बताते हैं कि वह बचपन से ही सट्टे में छोटे-मोटे दांव लगाता रहा है. छोटी मोटी खाईवाली भी कर लेता था. किस्मत के धनी सौरभ ने इसमें अच्छी खासी रकम भी कमाई. इसके बाद ही उसे महादेव ऐप का आइडिया आया. उसने अपने दोस्त नेहरू नगर निवासी रवि उप्पल के साथ इस विचार को साझा किया. उन दिनों हैदराबाद से रेड्डी अन्ना ऐप संचालित हो रहा था. काम सीखने की लालच उसे भी हैदराबाद ले गई. वहां उसने ऐप का संचालन देखा और सीखा. इसके बाद वह मुम्बई पहुंचा जहां अंडरवर्ल्ड से उसके तार जुड़ गए. बताया जाता है कि उसके दुबई पहुंचने में अंडरवर्ल्ड का भी बड़ा हाथ रहा है. यहां एक शेख से उनकी दोस्ती हुई. दो पाकिस्तानियों से भी यहां उनकी मुलाकात हुई. इसके बाद कहीं जाकर महादेव ऐप को लांच किया गया. बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा कार्रवाई तेज करने के बाद उसने अपना नाम भी बदल लिया है. अब वह अपना नाम सौरभ महादेव बताता है. बताया जाता है कि सौरभ किसी भी फोटो में दिखाई देने से बचता है. उसके सोशल मीडिया अकाउंट में भी उसकी तस्वीर नहीं है.