रायपुर : छत्तीगसढ़ में आगामी दिनों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव होना है, जिसके चलते सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ी हुई है. वहीं दूसरी ओर नेताओं के दल बदल का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. बता दें कि हाल ही में दिग्गज आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. वहीं, टीएस सिंहदेव को लेकर भी लंबे समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कांग्रेस छोड़ सकते हैं. लेकिन टीएस सिंहदेव ने सभी कयासों को विराम दे दिया है.
दरसअल छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैं कांग्रेस छोड़कर किसी दल में नहीं जाऊंगा. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें भाजपा सहित अन्य कई दलों से ऑफर मिला था. बता दें कि कई बार ये भी कयास लगाया गया कि टीएस सिंहदेव और सीएम भूपेश बघेल के बीच तकरार है, लेकिन इस बात को भी उन्होंने कल खारिज कर दिया था.
सिंहदेव ने कहा कि मैं तो कांग्रेस का सिपाही हूं. पद की न कभी पहल की, न करूंगा.. जो जिम्मेदारी मिलेगी उसको निभाउंगा. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के समय थोड़ी लॉबिंग जरूर हुई थी. मैं नेता प्रतिपक्ष बना इसमें भूपेश भाई की भूमिका थी. लोग मतभेदों का फायदा उठाने में ज्यादा सफल नहीं हो पाएं. कुछ लोग इस मामले में खेलना चाहते थे.
बता दें कि, स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कुछ दिन पहले चुनाव लड़ने के मुद्दे पर कहा था कि उनका मन अब भी ऐसा है जैसे चुनाव में लड़ना नहीं चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा था कि ये उनका अंतिम फैसला नहीं है, पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करके ही फैसला लिया जाएगा.