
रायपुर- मोनिका यादव 24 साल की रायपुर में बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में काम करती थी. वो भनपुरी में रहने वाले 28 साल के वाहिद अली के प्यार में पड़ गई. कुछ समय से रिश्ते में रहने के बाद दोनों में अनबन होने लगी. मोनिका के माता पिता के अनुसार वाहिद अली उन पर जबरन शादी करने का दबाव भी बना रहा था. मगर समाज में बदनामी के डर से वो चुप रहे. घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. मोनिका के घरवालों ने बताया की युवक अक्सर उनकी बेटी से मार पीट भी करता था. घटना वाले दिन भी वाहिद-मोनिका से मिलने उसके ऑफिस पहुंच गया और उसे अपने साथ घुमने चलने के लिए जिद करने लगा दोनों के बीच बहस भी हुई. काफी देर तक वाहिद बैंक में ही रहा जब वो मानने को राजी नहीं हुआ तो युवती उसके साथ जाने को तैयार हो गई। यहां से दोनों नवा रायपुर के लिए निकल गए थे.
वहीं युवक का कहना है की नवा रायपुर में बाइक पर राइड करने के दौरान मोनिका पिछली सीट पर बैठी थी. वो अचानक गिर गई जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई. वाहिद मोनिका को बालको अस्पताल लेकर गया. लेकिन यहां से उसे तेलीबांधा के प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया गया और यहीं मोनिका की माैत हो गई.मोनिका की मौत की खबर पाते ही मोनिका के माता पिता और बजरंग दल के कार्यकर्ता अस्पताल पहुँच गए और मोनिका की मौत का झूठा नाटक रचने के लिए युवक पर बरस पड़े.
बजरंगदल के पदाधिकारियों का दावा है की वाहिद ने जानबूझकर इस हादसे का सीन क्रिएट करके हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. वह जानबूझकर मोनिका को बालको अस्पताल लेकर गया और वहां काफी देर तक मामला उलझाए कर रखा. वाहिद ने एक एंबुलेंस ड्राइवर से मोनिका के परिजनों को उसकी मौत की खबर भिजवाई, खुद बात नहीं की. इस मामले में बजरंग दल ने रायपुर पुलिस से हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है.