
नई दिल्ली : ट्रेन में सफर करने वाली मां और बच्चे का सफर जल्द ही सुहाना हो सकेगा. रेलवे की ओर से ट्रेन के कोच में 5 साल तक के मासूम के लिए अगल से बेबी बर्थ बनाने की मंथन शुरू हो गया है. दावा है कि जल्द ही बेबी बर्थ का सेकंड ट्रायल शुरू किया जाएगा, जिसके सफल होने के बाद सभी ट्रेनों में बेबी बर्थ बनाई जाएगी. बेबी बर्थ का शुल्क भी रेलवे बोर्ड तय करेगा.
बेबी बर्थ का कॉन्सेप्ट तैयार करने वाले महाराष्ट्र के नितिन देवरे ने बताया कि रेल सफर के दौरान मां और बच्चे को बर्थ पर कम जगह होने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को ध्यान में बेबी बर्थ का खाका तैयार किया. जिसके बाद राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलंकी के साथ मिलकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को यह कॉन्सेप्ट दिखाया गया. इसके बाद इसके ट्रायल की इजाजत मिली.
8 मई 2022 को लखनऊ मेल से इसका ट्रायल शुरू हुआ. ट्रायल के कुछ दिन बाद सोशल मीडिया पर इसकी सराहना के साथ जो कमियां आ रही थीं. उसकी भी जानकारी मिली. इसके बाद बेबी बर्थ की कमियों को दूर करने के लिए फिर से काम किया गया है. वहीं इन तमाम बदलावों के बाद दूसरे ट्रायल के लिए बेबी बर्थ तैयार हो चुकी है. कमियों को दूर करने के बाद रेलवे के अफसरों के साथ पिछले हफ्ते एक बैठक नया डिजाइन भी दिखा गया.
अब ऐसी होगी बेबी बर्थ
पहले ट्रायल के दौरान बेबी बर्थ सामान्य बर्थ की तरफ खुली हुई थी. इससे बच्चे को चोट लगने या फिर ऊपर के बर्थ से बच्चे के ऊपर कोई सामान के गिरने का डर रहता था. इस समस्या को निजात करते हुए नए रूप में बेबी बर्थ को एक सुरक्षित पर्दा से ढक दिया गया है, जिससे बच्चा सुरक्षित सो सकेगा और मां उसे स्तनपान भी करा सकेगी. इसके अलावा पर्दे पर कार्टून भी छपे होंगे, जिससे बच्चा आकर्षित हो सकेगा. साथ ही बेबी बर्थ को मुख्य बर्थ के साथ काफी मजबूती भी दी गई है.