
यात्रा के दौरान राहुल गांधी, मां सोनिया गांधी का जूता का फीता बांधते हुए दिखे करीब 15 मिनट तक पैदल चलने के बाद राहुल ने सोनिया को वापस कार में भेज दिया. हालांकि कुछ देर आराम करने के बाद सोनिया फिर से पैदल यात्रा में शामिल हो गईं.
सोनिया एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं. अभी सोनिया का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है. सोनिया ने मांड्या जिले के डाक बंगला इलाके से पदयात्रा आरंभ की. वह पहली बार भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं. भारत जोड़ो यात्रा मां सोनिया गांधी का खास ख्याल रखते दिखे. इस तस्वीर देख रहे लोगो में से शायद ही कोई ऐसा होगा जिसके जूते के लैस उनकी माँ ने नही बांधे होंगे लेकिन हम में से कितने खुशनसीब होंगे जिन्हें माँ के जूते के लैस बांधने का सौभाग्य मिला होगा.
दिखी मां-बेटे के प्रेम की झलक
मां का वात्सल्य और बेटे का निश्छल प्रेम ..आज टूटते रिश्तों की दौर में पूरे भारत को जोड़ने वाली सबसे यह खूबसूरत तस्वीर है। व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी में अक्सर भक्त बोलते है कि भगवान आपको राहुल जैसा बेटा दे तो मैं आज कहता हूं कि अगर बड़ा होकर मेरा बेटा राहुल गाँधी जैसा बनेगा तो मैं संसार का सबसे सुखी पिता होगा जो बेटा अपनी माँ की ऐसी सेवा कर सकता है वो भारत माँ की कितनी अच्छी सेवा करेगा यह तस्वीर उस कल्पना को साकार करती है.
यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा
यात्रा के 29वें दिन कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का हाथ पकड़कर राहुल गांधी का दौड़ना भी आकर्षण का केंद्र रहा. 75 वर्षीय सिद्धरमैया राहुल गांधी के साथ कुछ देर तक दौड़ते रहे. राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी. इन दिनों यह यात्रा कर्नाटक में है. यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा. इस यात्रा में कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. पार्टी ने राहुल समेत उन 119 नेताओं को भारत यात्री नाम दिया गया है जो पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे. कांग्रेस का मानना है कि यह यात्रा उसके लिए संजीवनी का काम करेगी.
क्या गुल खिला पाएगी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल सुर्खियां खूब बटोर रही है लेकिन असली सवाल अभी भी वही है कि क्या राहुल इस यात्रा के जरिए पार्टी में फिर से जान फूंक पाएंगे? 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की असली परीक्षा इसी साल हिमाचल प्रदेश और गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में होगी. इसके अगले साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें से एक राज्य कर्नाटक भी है जहां राहुल इस समय यात्रा कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी कर्नाटक की बोम्मई सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमलावर है. पार्टी कार्यकर्ताओं में भी उत्साह दिख रहा है. हालांकि देखना होगा कि कार्यकर्ताओं का ये उत्साह चुनाव तक बरकरार रहता है या नहीं?