
छमाही परीक्षा के नतीजे पूछने पर प्राचार्य संतोषजनक नहीं दे पाए जवाब, कलेक्टर ने प्रभार से हटाया
दुर्ग – कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने पाटन ब्लाक के स्कूलों में छमाही परीक्षा के नतीजे और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के संबंध में निरीक्षण किया और छात्रों तथा शिक्षकों से बातचीत की. घुघुवा में उन्होंने प्राचार्य से नतीजों के बारे में पूछा. प्राचार्य के गोलमोल जवाब पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और प्राचार्य को हटाकर प्रभार वरिष्ठ शिक्षक को देने कहा. कलेक्टर ने कहा कि छमाही परीक्षाएं बहुत अहम हैं. इसके रिजल्ट के बारे में समीक्षा होनी चाहिए थी लेकिन इस पर गंभीरता नहीं बरती गई. कलेक्टर ने इस मौके पर कहा कि जिन बच्चों के छमाही परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आये हैं. उनकी पढ़ाई के लिए विशेष व्यवस्था करें. इसके लिए उन पर विशेष ध्यान देकर जिन विषयों में उन्हें दिक्कत आ रही है उसके लिए विशेष रूप से समय देने कहा.
साथ ही कलेक्टर ने कहा कि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सबसे अहम है. प्राचार्य और शिक्षक उन छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से जरूर संपर्क करें जो नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल में नियमितता से रिजल्ट काफी हद तक सुधर जाता है. इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन, एसडीएम विपुल गुप्ता एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
सैजेस जामगांव और घुघुवा का किया निरीक्षण- कलेक्टर ने जामगांव के स्वामी आत्मानंद स्कूल का निरीक्षण किया. यहां भवन का कार्य पूरा हो चुका है. कलेक्टर ने यहां लाइब्रेरी और बढ़िया प्लेग्राउंड बनाने के निर्देश दिये. साथ ही कहा कि साइंस लैब का सिविल वर्क शिक्षकों के मार्गदर्शन में कराएं. उन्होंने कहा कि बच्चों की लाइब्रेरी में और पढ़ने लिखने में रुचि तब बढ़ेगी जब अच्छी मनोरंजन किताबें हों. उन किताबों में जिनमें ग्राफिक आर्ट के माध्यम से चीजें मनोरंजन तरीके से समझाई गई हैं अथवा रस्किन बांड, जेके रोलिंग आदि की पुस्तकें भी हों जिनमें बच्चों की काफी रुचि होती है.
जामगांव एम का निर्माणाधीन प्रसंस्करण केंद्र भी देखा- कलेक्टर ने एम जामगांव में निर्माणाधीन लघु वनोपज प्रसंस्करण केंद्र भी देखा. इसके साथ ही उन्होंने सोनपुर में ग्लेजिंग यूनिट का निर्माण कार्य भी देखा. कलेक्टर ने सभी निर्माण कार्यो को तेजी से निपटाने के निर्देश दिये.
तहसील कार्यालय का भी किया निरीक्षण- कलेक्टर ने तहसील कार्यालय पाटन का निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रकरणों का निरीक्षण भी किया. कलेक्टर ने प्रकरणों को देखते हुए कहा कि इनके निराकरण की गति धीमी है. राजस्व निरीक्षकों तथा पटवारियों से प्रतिवेदन देरी से प्राप्त हो रहे हैं इस वजह से देरी हो रही है. कलेक्टर ने इस संबध में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को एस.सी.एन. जारी करने निर्देश दिये.