
भिलाई : पावर हाउस कैंप -2 स्थित मछली मार्केट का नाम वीर शहीद विश्राम मांझी के नाम पर होगा. गुरुवार को मछली मार्केट का नाम शहीद के नाम पर करने के लिए शहीद की मां के साथ आज 11 बजे समाज के लोग व मार्केट के व्यापारियों ने एक दिवसीय अनशन शुरू किया था. शहर सरकार द्वारा इस बाजार का नाम पूर्व पार्षद स्व. मोहम्मद गफ्फार के नाम पर रखने के निर्णय से शहीद की माँ आज धरने पर बैठ गई है. शहीद विश्राम मांझी की माता रुकमणी बाई मांझी ने इस एक दिवसीय धरना में नागरिकों से उपस्थित होने की अपील की थी. नतीजतन उनके आह्वान पर भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश बिचपुरिया सहित सैकड़ो व्यवसायी इस धरना में पहुंचे हैं.
शहीद के परिवार और स्थानीय लोगों की मांग थी कि पावर हाउस मछली मार्केट का नामकरण शहीद विश्राम मांझी के नाम पर किया जाना चाहिए. चूंकि विश्राम एक शहीद है और शहीद विश्राम मांझी बचपन से मछली मार्केट में अपने पारिवारिक व्यवसाय में संलग्र भी थे. मार्केट का नाम शहीद के नाम रखे जाने पर ही सही मायने में शहीद के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. वर्ष 2005 में छत्तीसगढ़ सराव दल की सेवा से जुड़ने के एक साल बाद ही वर्ष 2006 में विश्राम मांझी बस्तर में शहीद हो गए थे.
अनशन शुरू होने के दो घंटे के भीतर नगर निगम ने इनकी मांग मान ली है. निगम आयुक्त की ओर से आए प्रतिनिधियों ने आयुक्त का संदेश अनशन पर बैठे लोगों को बताया. हालांकि अभी अनशन खत्म नहीं हुआ है. अनशन पर बैठे लोगों ने कहा कि जिम्मेदार व्यक्ति आकर बताए तभी यहां से हटेंगे. पार्षद भोजराज सिन्हा ने मार्केट का नाम शहीद विश्राम मांझी के नाम पर रखे जाने की बात कही है और इसे लेकर तथ्य में प्रस्तुत किए. निगम की सामान्य सभा में महापौर नीरज पाल ने बहुमत के आधार पर आपत्ति को दरकिनार करते हुए प्रस्ताव को पास कर दिया.
विरोध में आए मार्केट के व्यापारी व समाज के लोग मछली मार्केट का नाम मो गफ्फार के नाम पर रखे जाने को लेकर कई व्यापारियों को आपत्ति है. वहीं समाज के लोग भी निगम के इस निर्णय के खिलाफ सामने आ गए हैं. इस दौरान शहीद की मां के आंखों में आंशू छलकने लगे. शहीद के सम्मान में इस अनशन में सैकड़ों लोगों ने भागीदारी निभाई. भाजपा के पार्षद से लेकर बाजार के व्यापारी भी शहीद विश्राम मांझी के नाम पर मार्केट का नाम करने का समर्थन करते दिखे.