
भिलाई- दुर्ग पुलिस ने एक बार फिर महादेव बुक पर कार्रवाई करते हुए, दुर्ग पुलिस ने मध्यप्रदेश के बाला घाट से 190 नंबर की ब्रांच पर कार्रवाई करते 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से कुछ बहीखाते मिले हैं, जिससे पता चला है कि एक ब्रांच से एक दिन में ये लोग 6 से 8 लाख रुपए की कमाई करते थे. आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 14 मोबाइल व एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं. महादेव बुक से जुड़े अन्य मोबाईल नंबरों का भी हुआ खुलासा
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि महादेव पर जांच के दौरान उन्हें पता चला कि भिलाई के खुर्सीपार निवासी आशीष मेहरा पिता स्व. बलिंदर पता जोन 3 खुर्सीपार भिलाई उम्र 30 साल, आकाश यादव पिता उदयराज यादव उम्र 22 साल पता कैलाश नगर भिलाई, संदीप चौधीरी पिता राजकुमार चौधरी उम्र 28 साल पता खुर्सीपार, मो. इमरान पिता मो. इकबाल उम्र 32 साल पता कैलाश नगर भिलाई, विनय कुमार पिता अभय कुमार उम्र 33 साल पता छावनी भिलाई, धर्मेंद्र वर्मा पिता विदेश वर्मा उम्र 22 साल पता छावनी भिलाई पिछले कुछ दिनों से गायब था.
पुलिस ने जब इनकी कॉल डिटेल निकाली और जांच की तो पता चला कि इनका संबंध शारदा निवासी भीम से है. भीम महादेव पैनल चालने और फर्जी खाता खुलवाने के मामले में मास्टर माइंड है. पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर सभी लड़कों का लोकेशन मध्यप्रदेश के वारा सिवनी जिला बालाघाट निकला. एक जगह पर लोकेश मिलने पुलिस का शक पुख्ता हो गया. दुर्ग एसपी ने एक टीम बनाकर बालाघाट भेजा गया. पुलिस ने 31 दिसंबर की रात वहां पहुंचकर एक किराए के मकान में छापा मारा तो भीम सहित सभी लोग रंगे हाथ महादेव बुक का काम करते गिरफ्तार किए गए. पुलिस के चंगुल से भीम हुआ फरार आरोपियों ने बताया कि जिस समय पुलिस ने कार्रवाई की वहां भीम भी मौजूद था. वहीं 190 नंबर पैनल का मास्टर माइड और संचालक था. पुलिस जब 6 अन्य लड़कों से पूछताछ कर रही थी तो भीम मौका देखकर पिछले दरवाजे से भाग खड़ा हुआ. पुलिस भीम की तलाश कर रही है. आरोपियों ने बताया कि भीम ने उन्हें 15 हजार रुपए महीने पर काम दिया था. उन्हें सिर्फ लैपटॉप पर मैसेज भेजना है, इससे वो लोग इस काम के लिए राजी हो गए.