
भिलाई : छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय की अध्ययन शाला में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे छात्रों की पढ़ाई के बाद नौकरी लगना लगभग तय है. इन छात्रों को बीटेक की पढ़ाई के दौरान ही काम का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस दौरान उन्हें कंप्यूटर हार्ड वेयर और सॉफ्टवेयर कंपनी की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जाएगा. बीटेक की पढ़ाई के बाद सातवें सेमेस्टर में ही उनके कार्य कुशलता के हिसाब से नौकरी के प्रस्ताव दिए जाएंगे.
कुलपति डॉ. एमके वर्मा ने बताया कि न्युक्लियर टेक एक अमेरिकी कंपनी है. इसकी शाखाएं भारत समेत कनाडा और ब्रिटेन में है. सीएसवीटीयू परिसर में इसकी एक शाखा रहेगी. इसका दफ्तर यहां बन रहा है. यहां छात्र कंप्यूटर साइंस की ट्रेनिंग ले सकेंगे. उन्हें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंपनियों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण दिया जाएगा. जैसे ही छात्र सातवें सेमेस्टर में पहुंचेंगे उन्हें जॉब ऑफर किया जाएगा.
तकनीकी विवि में शिक्षा सत्र 2021-22 के दौरान जिन लोगों ने कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया है, उन्हें कंप्यूटर के क्षेत्र में दुनियाभर में हो रहे प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका दिया जाएगा. अभी इन छात्रों की दो सेमेस्टर की पढ़ाई हो चुकी है. इस बार से उनका ब्रांच स्पष्ट हो जाएगा. इसी के अनुसार उन्हें अब पढ़ाया जाएगा. भविष्य में उद्योगों की जरूरत और उनके कॅरियर के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि तकनीकी विवि परिसर में बन रहे सेकंड ब्लॉक में कंप्यूटर साइंस की प्रयोगशाला तैयार की जा रही है. इसे बनाने में कंपनी 50 लाख रुपए खर्च करेगी. यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पूरी तरह टेक्नोफ्रेंड बनाया जाएगा. विद्यार्थियों के लिए अलग से आभासी दुनिया यहां बनाई जाएगी. यहां बैठकर प्रयोग करते हुए और प्रोजेक्ट में काम करते समय उन्हें कंपनियों में ही काम करने का अहसास होगा.
कुलपति डॉ. वर्मा ने बताया कि शुरुआत तकनीकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से की जाएगी. इसके बाद तकनीकी विवि से संबद्ध अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों और ऑटोनोमस कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा. बीआईटी समेत कुछ कॉलेज ने संपर्क किया है. उन्होंने इस प्रोजेक्ट में रुचि दिखाई है. वहां के कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थियों को भी आने वाले समय में शामिल किया जा सकता है.