
सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल कर अवैध उगाही करने वाले कथित पत्रकारों के गिरोह का पर्दाफाश
कवर्धा- कबीरधाम पुलिस ने सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल कर अवैध उगाही करने वाले कथित पत्रकारों के गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपियों द्वारा झूठी और भ्रामक खबरें छापकर अवैध वसूली करते थे.
शिकायतकर्ता मदन सिंह पुरले ने बताया कि वह ग्रामीण चिकित्सा सहायक के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिंभौरी में कार्यरत हैं. आरोपियों ने उन्हें वित्तीय अनियमितता की खबर प्रकाशित करने की धमकी दी और इसके बदले उनका निलंबन, सेवा समाप्ति एवं ट्रांसफर कराने की कोशिश की. इस दबाव में आकर आरोपियों ने प्रार्थी से कुल 10,000 रूपए की अवैध वसूली की. इसमें से 5,000 रूपए क्यूआर कोड के माध्यम से, खाते में ट्रांसफर किया गया और 5,000 रूपए नगद ट्रांजैक्शन के जरिए लिए गए. प्रार्थी ने बताया कि आरोपियों ने फोन कॉल करके उसे धमकाया और फिर उसे पैसे देने के लिए मजबूर किया. अमन बिसारिया (कथित मंत्री जी का निज सचिव, गुप्तचर सेवा) ने प्रार्थी को सबसे पहले कॉल करके छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया तक मामले को भेजने और कार्यवाही की धमकी दी. उसके बाद, रियाज अत्तारी ने 10,000 रूपए की मांग की, जिससे दबाव में आकर प्रार्थी ने पैसे दे दिए. इसके बाद रियाज अत्तारी ने प्रार्थी से कहा कि अब उसे फिरोज खान और अजय जांगड़े को भी सेट करना होगा, अन्यथा वे भी उसके खिलाफ झूठी खबरें प्रकाशित करेंगे.
दूसरी शिकायत में प्रार्थी प्रभात गुप्ता ने बताया कि फर्जी पत्रकारों ने उनके खिलाफ झूठी खबरें प्रकाशित कर मानसिक प्रताड़ना दी, आरटीआई द्वारा दबाव बनाया और निलंबन की धमकी देकर 32,000 रूपए की अवैध वसूली की. अपराध क्रमांक 114/2025 और अपराध क्रमांक 115/2025 के तहत थाना कवर्धा में दोनों शिकायतों पर FIR दर्ज की गई है.
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन और एसडीओपी श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में थाना कवर्धा की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही कर आरोपियों को गिरफ्तार किया. थाना प्रभारी कवर्धा लालजी सिन्हा के नेतृत्व में इस पूरे प्रकरण की जांच जारी है.
कबीरधाम पुलिस ने मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी में साइबर सेल कवर्धा के अधिकारियों और टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. ASI चंद्रकांत तिवारी, संजीव तिवारी, प्र आर चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी और पूरी साइबर सेल टीम ने विशेष रूप से सहयोग किया और आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की.
यह गिरोह अपने न्यूज पोर्टल के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल कर उगाही करता था. इनमें से तीन आरोपी कथित या फर्जी पत्रकार हैं, जो अपने पोर्टल के माध्यम से लोगों को मानसिक और वित्तीय रूप से प्रताड़ित कर अवैध रूप से पैसे वसूलते थे. इनमें से किसी के पास भी जनसंपर्क विभाग से अधिकृत पत्रकार प्रमाण पत्र अथवा अन्य कोई दस्तावेज नहीं है. जबकि अमन बिसारिया प्राइवेट आई टेक्नीशियन है और वह महिला की आवाज में फोन करता था और फिर लोगों से दबाव बनाकर पैसे मांगता था.
पुलिस अपील की है कि यदि किसी के साथ भी इस प्रकार के धोखाधड़ी, उत्पीड़न या अवैध वसूली के मामले सामने आते हैं, तो वे बिना किसी हिचकिचाहट के पुलिस से संपर्क करें.
आरोपीगण
- अमन बिसारिया – कथित मंत्री जी का निज सचिव (विजिलेंस) और वॉयस चेंजर ऐप का उपयोग करके महिला की आवाज में फोन करने वाला व्यक्ति
- रियाज अत्तारी – टाइम्स न्यूज इंडिया पोर्टल संचालक
- फिरोज खान – 24 सीजी न्यूज का कथित पत्रकार
- अजय जांगड़े – पोर्टल संचालक