चंडीगढ़ के डॉ धीर को गोल्डन वॉयस सिंगर ऑफ द ईयर अवार्ड
भिलाई- गोल्डन वॉयस अवार्ड्स के सीजन का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम गत दिवस सम्पन्न हुआ. ठगड़ा बांध में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध समाजसेवी बी पोलम्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं. आयोजन में सुर शैल छाया झंकार समिति तथा आवाज छत्तीसगढ़ का भी सहयोग रहा. तीन सीजन के विनर चंडीगढ़ के डॉ राजू धीर को गोल्डन वॉयस सिंगर ऑफ द ईयर 2024 से नवाजा गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती पोलम्मा ने कहा कि संगीत का मनुष्य ही नहीं बल्कि सभी जीव जंतुओं से करीबी संबंध है. संगीत जीवन भी है और जीवन की प्रेरणा भी. यह तनाव को दूर कर लोगों को ऊर्जा से भरपूर करने की क्षमता भी रखता है. कराओके ट्रैक्स के आविष्कार ने संगीत को सहज सुलभ बना दिया है और आज शहर के कोने-कोने में कराओके सिंगिंग की महफिलें सज रही हैं. अवकाश प्राप्त जीवन काटने का यह एक बेहतरीन साधन बन चुका है.
गोल्डन वॉयस अवार्ड्स सीजन-5 में 50 साल से अधिक आयु वर्ग का प्रथम पुरस्कार मुम्बई की जयमाला परब एवं द्वितीय पुरस्कार भिलाई की रजनी आर्या को प्रदान किया गया. 50 साल से नीचे आयु वर्ग का प्रथम पुरस्कार भिलाई के दामोदर दलाई, द्वितीय पुरस्कार सुखबीर सिंह ब्रोका एवं तृतीय पुरस्कार भिलाई की ही पॉली घोष को प्रदान किया गया. आंचलिक गीतों का प्रथम पुरस्कार तेलुगु गीत के लिए श्रीमती पूजा को एवं द्वितीय पुरस्कार मराठी गीत के लिए मुम्बई के शैलेष पांडेय को प्रदान किया गया.
इस अवसर पर आवाज छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष सुखबीर सिंघ ब्रोका, सुर शैल छाया झंकार की अध्यक्ष छाया झा के अलावा गोल्डन वॉयस ग्रुप के डॉ शशिभूषण साहू, प्रवीन्द्र सिंघ सलारिया, डॉ लक्ष्मी वर्मा एवं अध्यक्ष दीपक रंजन दास भी उपस्थित रहे. तीनों संगीत समूहों के सदस्यों ने इस अवसर पर सुरीले गीतों की मोहक प्रस्तुतियां दीं. ठगड़ा बांध घूमने आए लोगों ने इन गीतों पर नृत्य भी किया और वीडियो रिकॉर्डिंग भी की.