अंबेडकर चौक से शराब दुकान बंद करने सड़क पर उतरे बौद्ध समुदाय, सौंपा ज्ञापन
राजनांदगांव- शहर के डॉ.भीमराव अंबेडकर चौक में शराब की नई प्रीमियम दुकान खोलने के फैसले पर बौद्ध समाज ने आंदोलन किया. समाज के लोगों ने सोमवार को स्टेडियम चौक पर एकत्रित होकर सरकार के फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बौद्ध समुदाय के लोगों ने कलेक्टर संजय अग्रवाल को शराब दुकान को तत्काल वहां से हटवाने ज्ञापन सौंपा गया.
समाज का आरोप लगाया है कि भदौरिया चौक मे स्थानीय सहदेव नगर जिसे डॉक्टर अंबेडकर चौक के नाम से वैधानिक तौर पर किया गया है, उसी मुख्य चौक फ्लाई ओवर के नीचे संविधान की प्रतिमूर्ति बनाई गई है. संस्कारधानी के इतने महत्वपूर्ण चौक से लगभग 50 से 60 फीट दूरी पर शराब दुकान खोली गई है. छत्तीसगढ़ प्रदेश में शराब दुकान का संचालन सरकार द्वारा किया जाता है. उस स्थान के बाजू में प्रस्तुति गृह नर्सिंग होम है दूसरे तरफ उच्च शिक्षा के लिए कोचिंग सेंटर भी संचालित किया जाता है. बावजूद इसके शराब दुकान उस चौक में खोला गया है जिसे अंबेडकर चौक का नामकारण किया जा चुका है. लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि यहां के विधायक जो तीन बार बतौर मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष के दायित्व का निर्वाहन कर रहे हैं. आखिर ऐसी परिस्थितियों कौन सी चुनौती भरी उनके सामने है कि शराब दुकान को भी बंद नहीं करा पा रहे हैं. बौद्ध समुदाय में इस बात को लेकर आक्रोश है कि जिसे समाज पूजता है उन्ही के चिन्हांकित स्थल पर शासन प्रशासन ने शराब भट्टी खोलने की अनुमति दे दी. बौद्ध समुदाय के लोगों ने कलेक्टर संजय अग्रवाल को शराब दुकान को तत्काल वहां से हटवाने ज्ञापन सौंपा गया.