
दिगम्बर जैन मंदिर में चोरी का खुलासा: मंदिर में कार्य करने वाले कर्मचारी ही निकले चोर, 03 गिरफ्तार
रायपुर- राजधानी के तेलीबांधा क्षेत्र स्थित दिगंबर जैन मंदिर में 22 दिसंबर को हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मंदिर में चोरी करने वाले कोई और नहीं, बल्कि वहीं कार्यरत कर्मचारी ही निकले. पुलिस ने मामले में तीन अंतरराज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला और उसके दो पुत्र शामिल हैं. आरोपियान मूलतः भोपाल मध्यप्रदेश के निवासी है. आरोपियों के कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, कलश समेत लगभग 15 लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई सामग्री बरामद की गई है. आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 842/24 धारा 305(ए), 331(4), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध है.
विवरण
प्रार्थी रासू जैन ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि वह लाभांडी रोमेनेस्क्यू विला A-4 तेलीबांधा रायपुर में रहता है तथा ठेकेदारी का कार्य करता है एवं दिगम्बर जैन मंदिर लाभाण्डी का सदस्य है. दिनांक 22.12.2024 के सुबह करीबन 05.00 बजे विनोद जैन मंदिर के अन्य सदस्य ने फोन कर बताया कि दिगम्बर जैन मंदिर में रखे सोने चांदी जेवरात एवं अन्य सामान का चोरी हो गया है, सूचना पर प्रार्थी अपने अन्य साथियों के साथ दिगम्बर जैन मंदिर लाभांडी जाकर देखा तो पाया कि मंदिर में लगे मुख्य द्वार तथा अंदर गर्भगृह का ताला टूटा हुआ था तथा सी.सी.टी.वी. कैमरा का तार भी काटा हुआ था, मंदिर के गर्भगृह में रखे आलमारी खुला था एवं उसमे रखे चांदी का कलश, स्वर्ण कलश एवं अन्य चांदी का सामान नही था एवं भगवान की वेदी में रखे चांदी की छत्र, पंचमेरू एवं अन्य चांदी का सामान भी नही था. कोई अज्ञात चोरी मंदिर के मुख्य द्वारा के दरवाजे में लगे ताला को तोड़कर मंदिर अंदर एवं गर्भगृह में प्रवेश कर उक्त मशरूका को चोरी कर फरार हो गया था. जिस पर अज्ञात अरोपी के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 842/24 धारा 331(4), 305(1), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
चोरी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेन्द सिंह ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की. एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट और तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजो का अवलोकन करने के साथ-साथ आरोपियों की पतासाजी हेतु प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये थे. टीम के सदस्यों द्वारा मंदिर में कार्य करने वाले कर्मचारियों से भी बार-बार पृथक – पृथक पूछताछ करते हुए जानकारी एकत्र कर तस्दीक करते हुए अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे.
इसी दौरान मंदिर में काम करने वाले कर्मचारी सुदीप माली से पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदलता था तथा अलग-अलग प्रकार की कहानियां बनाकर टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह करने का प्रयास कर रहा था. जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर वह ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः चोरी की उक्त घटना को अपने माता एवं भोपाल निवासी भाई के साथ अंजाम देना स्वीकार किया गया. जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी सुषमा माली एवं भाई सागर माली की भी पतासाजी कर पकड़ा गया.
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से मंदिर की चोरी गई चांदी की थाली छोटी बडी 02- 02 नग, अभिषेक का कलश 09 नग, शांति धारा की बडी झारी 06 नग, छत्र छोटी चांदी की 04 नग, अशिका चांदी का 02 नग, चांदी की प्लेट छोटी 05 नग, चांदी का लोटा 01 नग, चांदी की गुंडी 01 नग, चांदी की गज्जी झारी 01 नग, चांदी की चम्मच 01 नग, सोने का कलश 01 नग, भगवान की वेदी मे रखे चांदी का छत्र जिस पर सोने की पालिश किया हुआ, चांदी का पंचमेरू 05 नग एवं अष्टप्रतिहारि 08 नग, जुमला चांदी का सामान एवं सोने का कलश सहित सम्पूर्ण मशरूका जुमला कीमती लगभग 15,00,000/- रूपये जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया है.
गिरफ्तार आरोपी
- सुदीप माली पिता सुरेश माली उम्र 27 साल निवासी सेमरा चांदबड़ थाना बाजरिया भोपाल मध्यप्रदेश.
- सागर माली पिता सुरेश माली उम्र 25 साल निवासी सेमरा चांदबड़ थाना बाजरिया भोपाल मध्यप्रदेश.
- सुषमा माली पति सुरेश माली उम्र 48 साल निवासी सेमरा चांदबड़ थाना बाजरिया भोपाल मध्यप्रदेश.
कार्यवाही में निरीक्षक विनय सिंह बघेल थाना प्रभारी तेलीबांधा, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, सउनि अतुलेश राय, प्र.आर. प्रमोद वर्ठी, म.प्र.आर. बसंती मौर्या, आर. केशव सिन्हा, दिलीप जांगड़े, बोधन मिश्रा, विक्रम वर्मा, राजेन्द्र तिवारी, नितेश राजपूत तथा थाना तेलीबांधा से सउनि संतोष यादव, प्र.आर. अमित सिन्हा, रामनारायण पटेल तथा आर. सुनील चंदेल एवं प्रमोद चंद्रा की महत्वपूर्ण भूमिंका रही.