
सर्दी-खांसी सहित डेंगू-डायरिया, मलेरिया के मरीज बढ़े, स्वास्थ्य विभाग हुआ एलर्ट
राजनांदगांव – जिले में लगातार हो रही बारिश से मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है. इससे जिला अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में सर्दी-खासी सहित डेंगू-मलेरिया, टायफायड, डायरिया जैसे रोगों के मरीजों की भीड़ देखने में आ रही है. इसी तरह निजी हास्पिटलों में भी बड़ी संख्या में सर्दी, खांसी, बुखार, वायरल फीवर, मलेरिया, टाईफाईड के मरीज इलाज कराने पहुंच रहे है. इधर मौसमी बीमारियों के प्रकोप बढऩे से डेंगू डायरिया के मरीज भी सामने आ रहे है जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव-गांव में सर्वे कार्य कराया जा रहा है. शहर के संवेदनशील वार्डों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी मौसमी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है. गंभीर होने पर उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा जिला चिकित्सालय अथवा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल- पेंड्री में भर्ती कराने की समझाईश दी जा रही है.
ओपीडी में बढ़ी भीड़
शहर के दोनों शासकीय अस्पताल जिला चिकित्सालय व मेडिकल कालेज हास्पिटल की ओपीडी में मरीजों की संख्या में इजाफा देखने में आ रहा है. जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. यू.के. चन्द्रवंशी की माने तो हास्पिटल में रोजाना 10 से 15 मामले मलेरिया, डायरिया के आ रहे है वहीं सर्दी-खासी उल्टी-दस्त, वायरल फीवर के मामले अधिक है. अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों के त्वरित इलाज पर विशेष जोर दिया जा रहा है. डॉक्टर चन्द्रवंशी ने बताया कि अस्पताल में घुटनों तक पानी घुस जाने से भर्ती मरीजों के साथ-साथ डाक्टरों नर्सो व अन्य कर्मचारियों की परेशानी होती है. स्थानीय प्रशासन आज तक बारिश के दिन में जिला अस्पताल में पानी भर जाने का काट नहीं खोज पाया है. हास्पिटल में पानी भरे होने से यहां आने वाले मरीज और भी बीमार हो जाते है.
मौसमी बीमारियों से मरीजों का इजाफा
जिला चिकित्सालय बसंतपुर के सिविल सर्जन एवं मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. यू.के. चन्द्रवंशी का कहना है कि अस्पताल में इन दिनों सभी खासी, उल्टी, दस्त से लेकर वायरल फीवर व मलेरिया, डायरिया के मरीज पहुंच रहे है जिनका अस्पताल के डाक्टरों द्वारा त्वरित उपचार किया जा रहा है. उन्होंने बारिश के दिनों में खान-पान साफ सुथरा रखने व साफ पानी सेवन किए जाने की सलाह दी है. गंदा पानी छान कर या गर्म कर उसके सेवन किए जाने के लिए कहा है ताकि जल जनित रोगों से बचा जा सके.
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन नवरतन ने बताया कि बारिश के मौसम को देखते हुए सभी को एलर्ट कर दिया गया है. पानी को साफ करने ब्लीचिंग -क्लोरिन का उपयोग करने निर्देश दे दिए गए है. स्वास्थ्य अमला सर्वे में भी जुट हुआ है.