
छत्तीसगढ़ में 36 जिले वर्ष 2024 तक होंगे. इसे लेकर शासन स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है. दुर्ग जिले में शामिल पाटन के आसपास के 13 गांवों को जोड़कर उसे शहर का स्वरूप दिए जाने की कवायद की जा रही है. इसमें पाटन, पत्थलगांव और एक अन्य शहर को जिला बनाए जाने पर विचार शुरू कर दिया गया है. सारी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन अलग-अलग स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. इसके तहत पाटन का नया मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. टाइन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने बकायदा इसका सर्वे भी शुरू कर दिया है.
धमधा को भी शहर का स्वरूप देने की तैयारी
दुर्ग जिले के पाटन के अलावा धमधा को भी शहर का स्वरूप दिया जाना है. इसके लिए आसपास के 12 गांवों को इसमें समाहित किया जाना है. मुख्य रूप से आवासीय, वाणिज्यिक, सार्वजनिक, अमोद-प्रमोद, मार्ग की चौड़ाई, औद्योगिक क्षेत्र, शैक्षणिक संस्थाओं और अन्य के लिए जगह आरक्षित की जाएगी. नगर एवं ग्राम निवेश विभाग ने सभी विभागों से इन दोनों क्षेत्रों में जगह के आरक्षण को लेकर सुझाव मांगा है. इसके आधार पर कार्ययोजना तैयार की जानी है.
तैयारी तेज हुई पाटन को जिला बनाने की
इधर मास्टर प्लान के लिए पाटन को चिन्हित किए जाने के साथ ही पाटन को जिला बनाए जाने की तैयारी भी तेज हो गई है. इसे लेकर अलग-अलग स्तर पर चर्चाएं भी शुरू कर दी गई है. वर्तमान में पाटन के आसपास की सभी प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण किया गया है. इसके अलावा हेल्थ और अन्य क्षेत्रों में सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस क्षेत्र से ही आते हैं. इस वजह से पाटन को जिला बनाए जाने के कयास लग रहे हैं.
दोनों क्षेत्रों में इन गांवों को किया जा रहा शामिल
धमधा में तय – धमधा क, धमधा ख, डंगनिया, बिरझापुर, परसबोड़, मोतिमपुर, तितुरघाट, महाराजपुर, सोनेसरार, कुम्हारीडीह, बसनी, पडोरा सहित अन्य शामिल हैं.
पाटन में तय- पाटन, अखरा, खोरपा, अटारी, पंदर, देमार, सिपकोन्हा, बठेना, सिकोला, सोनपुर, खमरिया सहित अन्य शामिल हैं.
आगामी 20 साल की कार्ययोजना बनाई जा रही है
धमधा और पाटन का मास्टर प्लान की कार्ययोजना बनाई जा रही है. सभी विभागों से सुझाव मांगे गए हैं. इसके आधार पर इन दोनों क्षेत्रों में लैंडयूज आरक्षित किए जाने हैं. अगले 20 साल को ध्यान रखकर कार्ययोजना बनाई जा रही है.