अरपा भैंसाझार परियोजना के नहर निर्माण कार्यों में अनियमितता पाई गई. पूर्व मंत्री एवं विधायक धरमलाल कौशिक ने पूर्व सरकार में भी जांच करने की मांग की थी नई सरकार बनते ही राजस्व मंत्री ने विधानसभा सदन में इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिसमें जिनका जमीन अधिग्रहण किया गया उसमें नहर निर्माण नहीं हुआ है और जिनके जमीनों का अधिग्रहण नहीं किया गया उनके जमीनों में नहर का निर्माण किया गया है इसकी जांच बिलासपुर कलेक्टर के द्वारा अच्छा सदस्यों की जांच कमेटी बनाई गई थी. जांच में इस बात का खुलासा हुआ की खसरा नंबर 10 की 3.42 एकड़ जमीन का फर्जी तरीके से अधिग्रहण किया गया तथा इसके आवाज में बहुत स्वामी को 10 करोड़ 68 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया. अफसर ने गड़बड़ी कर भूस्वामी को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई हैं. तत्कालीन एसडीएम सहित 9 अफसर को दोषी पाई गई है
आर एस नायडू एवं अशोक कुमार तिवारी तत्कालीन कार्यपालन अभियंता जल संसाधन कोटा ,आर.के.राजपूत उप अभियंता जल संसाधन विभाग आर.पी.द्विवेदी अनुभागीय अधिकारी जल संसाधन अनुभागीय अधिकारी तखतपुर, मोहर साय सिदार, अतिरिक्त तहसीलदार कीर्ति सिंह राठौड़ एवं आनंद रूप तिवारी, अनुभागी अधिकारी एवं भू अर्जन अधिकारी कोटा राहुल सिंह राजस्व निरीक्षक दिलशाह