
आईआईटीएन और फिजिक्स के प्राख्यात सर के सेमिनार में सैकड़ों छात्रों ने उठाया लाभ
भिलाई विद्यालय में पहुंचकर छात्रों ने जाने कई हुनर के टिप्स
सांसद विजय बघेल सहित कई शिक्षाविद भी हुए इस कार्यक्रम में शामिल
भिलाई- एजुकेशन हब भिलाई में शिक्षा की काशी कहलाने वाला कोटा भिलाई शहर में अब जेईई,नीट की तैयारी करवाने के लिए मोशन एजुकेशन के फाउंडर सीईओ नितिन विजय (जीतू सर) जो कि फिजिक्स के प्राख्यात गुरू है जिन्हें पूरा देश और छग के छात्र-छात्राएं जीतू सर के नाम से जानते और पहचानते है. जीतू जो कि आईआईटीएन भी है. भिलाई विद्यालय सेक्टर-2 में विद्यार्थियों को कैरियर व कामयाबी के नुस्खे बताते हुए कहा कि मध्यम वर्ग का छात्र भी ऊंचाईओं और अपने शिखर पर पहुंच सकता है. उसके लिए ऊंची सोच, सफलता और संकल्प के साथ स्मार्ट स्टडी उसे करते रहना चाहिए. मैं भी मध्यमवर्गीय परिवार से आता हूं और आज मैं आईआईटीएन के साथ साथ फिजिक्स का गुरू हूं और आपके सामने मंच पर आपको संबोधित कर रहा हूं.
कार्यक्रम में बतौर अतिथि दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल, शंकुतला स्कूल के डायरेक्टर विपिन ओझा, केएच मेमोरियल स्कूल की डायरेक्टर विभा झा, केपीएस स्कूल की डायरेक्टर सरिता त्रिपाठी और सेक्टर 6 एमजीएम स्कूल के प्राचार्य बीडी थिरकन के अलावा अन्य शिक्षाविद्य पालक और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल हुए कार्यक्रम मेें मोशन संस्था के डायरेक्टर नितिन पंड्या ने आए सभी अतिथियों को पौधों व स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान बढ़ाया. अपने संबोधन में एनवी सर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यम वर्ग का बच्चा भी अपने उंचे शिखर पर पहुंच सकता है. सबसे पहली सीढ़ी है उंची सोच, सोच अगर छोटी रखोंगे तो आगे नही जा पाओंगे. उन्होंने कुतुबमीनार का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी न किसी व्यक्ति ने इतनी बड़ी इमारत बनाने की सोची होगी तभी वह बन पाई. दिमाग से शंका का कीड़ा निकाल दे. सिर्फ हमेशा दिमाग में ऊंची सोच की सीढ़ी को रखते हुए सफलता के मापदण्ड को समझो.
उन्होंने दूसरा उदाहरण देते हुए कहा की यदि सड़क खराब है और दोड़ने वाले व्यक्ति के जूते अचछे तो वह क्या खराब सड़क पर दौड़ पायेगा तो बच्चों ने कहा नहीं और यदि सड़क और जूता दोनों सही है और इस बीच जूते में कंकड़ आ जाये तो भी वह नही दौड़ पायेगा और शार्टकट का मार्ग कभी मत अपनाए. मैं भी एक गरीब परिवार से इन ऊंचाईयों तक पहुंचा हूं. पूर्व में हमारे पूर्वज साइकिल से 40-40 किलोमीटर की यात्रा करते थे आज आधुनिक युग में छात्र छात्राओं को काफी सुविधाओं का लाभ पालक दे रहे है. मां-बाप व रिश्तेदारों के मेहनत पर पानी मत फेरो उन्हें सक्सेस का रिजल्ट दो. छठवी में पढते समय जो चीजे हमे कठिन लगती थी आज वह हमे आसान लगती है. अपना प्रयास कभी मत छोड़ों किसी की शिकायत मत करो, कोशिक करे तभी सफल होंगे.
अच्छी सोच को रखे और विडियों गेम्स से बचे. नॉलेजेबल विडियो गेम से ज्ञान अर्जित करें और प्रतिदिन 12 से 13 घंटे की स्टडी जरूर करे यदि आपको आईआईटी, एमबीबीएस, नीट जैसे परीक्षा में सफलता में अर्जित करनी है. मैं पढते समय सुबह 5 बजे उठता था और अलार्म रखता था, अलार्म को आलमारी के अंदर रख कर चाबी कही और छुपाता था और उठ कर पहले अलार्म बंद करता था उसके बाद पढ़ाई करता था लेकिन आज का युवा पीढ़ी दो तीन दिन इसे करता है और उसके बाद सोते रहता है. मोबाईल की रिंगटोन में सुबह के समय फिल्मी गानों की धुन रखता है. कोई भी काम में थकान नही होनी चाहिए. मैं अपने इस सफर में आपके शहर भिलाई आने तक दिल्ली से नागपुर चंद्रपुर, का सफर तय करके भिलाई आया और 3 सेमीनार और 8 मीटिंग ले चुका हूं. रायपुर से दिल्ली रवाना हुआ. जो चीज हमने सोच लिया है उसे छोडऩा नही है. विकल्प आपको बहुत मिलेंगे लेकिन संकल्प एक ही चलेगा.
उन्होंने भगवान कृष्ण का उदाहरण देते हुए कहा कि कर्म करो फल की चिंता मत करो इस फार्मुले को छात्र व छात्राएं जरूर अपनाये. निराश बिल्कुल न हो कर्म करोगे तो फल जरूर मिलेगा. उन्होंने बच्चों को यह भी कहा संघर्ष और दुख में अंतर होता है. घर से दूर रहना यह भी एक संघर्ष है. उन्होनें हरियाणा के एक स्पोर्टसमैन का उदाहरण देते हुए बतया कि बड़े ही लाड प्यार से मां बाप, दादा दादी ने बचपन से इस बच्चे को प्यार दिया. खान पान की वजह से वह काफी मोटा हो गया. जिससे लोग उसे चिड़ाने लगे लेकिन एक दिन उसने इस भारत के लिए ओलंपिक (2021) में गोल्ड मेडल लाकर देश व अपने प्रदेश का नाम रौशन किया. जबकि उस दौरान कोरोना काल था. उसके ट्रेनर से ऑनलाईन ट्रेनिंग दी. कोरोना काल में बाहर जाने की फ्लाईट भी बंद थी और प्रेक्टिस के दौरान उसका कंधा भी फेक्चर हो गया था. वह खिलाड़ी कोई और नही नीरज चोपड़ा था. जिसने गोल्ड लाया तो आप भी अपनी पढ़ाई में ओलंपियाड में भी गोल्ड ला सकते है. बशर्ते आपको मेहनत करनी है. आपका नाम भी देश की स्क्रीन और समाचार पत्रों में प्रकाशित होगा. संघर्ष से कभी भी डरेंगे नही उसे करेंगे.
मोशन एजुकेशन भिलाई सेंटर के डायरेक्टर नितिन पंड्या ने आगे बताया कि जल्द ही नेहरू नगर भिलाई में कक्षा 6 से लेकर 9वी तक की कोचिंग मोशन इंस्टीटयूट के कोटा के प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा 6 वी से लेकर 12 तक के विद्याथियों को शिक्षा का ज्ञान दिया जायेगा. कक्षा 6 वी से लेकर 8 वी तक नेहरू नगर कोचिंग का उद्घाटन एनवी सर के हाथों हुआ. साथ ही बच्चों ने कार्यक्रम के अंत में उनके साथ जमकर सेल्फी भी ली.