
राजनांदगांव- पति ने अपने पत्नी के चरित्र के शंका पर अपने 6 माह की बच्ची का फावड़ा से हत्या कर दी. मामला मोहला थाना क्षेत्र के बोगाटोला गांव का है. बच्ची 16 नवंबर को अपने गांव बोगाटोला से लापता हो गई है. परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट मोहला थाने में दर्ज कराई थी. इसके बाद से पुलिस बच्ची की तलाश में जुटी थी. 24 नवंबर को बच्ची का शव गांव की एक डबरी में मिला था. पुलिस ने बताया कि बच्ची के सिर पर गंभीर निशान था. जिससे बच्ची की हत्या की आशंका पुलिस को थी. शव का पोस्टमार्टम कराया गया. वहीं माता-पिता, परिजनों व आसपास के लोगों पूछताछ की गई. बच्ची की माता-पिता की भूमिका पुलिस को संदिग्ध लग रही थी. जांच में साइबर सेल की भी मदद ली गई. बच्ची के माता-पिता दोनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ गई. बच्ची के पिता आत्माराम कोठारी (38) ने बताया कि उसे पत्नी के चरित्र पर शक था. उसे शक था कि ये बच्ची उसकी नहीं है. उसने बताया कि 15 नवंबर की रात करीब 8 बजे वे और उसकी पत्नी रीना खाना खाकर कमरे में सोने के लिए चले गए. रात करीब 11 बजे बच्ची के रोने की आवाज से उसकी नींद खुल गई. तब उसने देखा कि उसकी पत्नी बच्ची को हाथ में लिए किसी और व्यक्ति से अंधेरे में चुपचाप बात कर रही है, लेकिन उसके आने की आहट सुनकर वो वहां से भाग गया.
आत्माराम ने जब अपनी पत्नी रीना कोठारी (37 वर्ष) से इस बारे में पूछा, तो उसने बहाना बना दिया कि कोई नहीं था. इस बात को लेकर आत्माराम और रीना के बीच विवाद हुआ. पति ने उसके चरित्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची उसकी नहीं है. इसके बाद आवेश में आकर वहां रखे फावड़े से बच्ची के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी. बाद में उसने पत्नी रीना कोठारी के साथ मिलकर बच्ची के शव को कपड़े में बांधकर उसे डबरी में फेंक दिया. इसके बाद सुबह बच्ची के लापता होने की खबर सब जगह फैला दी और थाने में मामला दर्ज करवा दिया. पुलिस ने आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया. घटना में इस्तेमाल फावड़े को जब्त कर लिया गया है. घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.