
खेल में हार-जीत से ज्यादा महत्वपूर्ण है खेल भावना और खेलना- स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर- 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण समारोह में स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल शामिल हुए. स्कूल शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़़ की संस्कृति, कला एवं साहित्य की एक विशेष पहचान है. वहीं राजनांदगांव हॉकी की नर्सरी है तथा यहां माँ बम्लेश्वरी का प्रसिद्ध मंदिर है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेलो इंडिया के माध्यम से बच्चों एवं युवाओं को फिर से खेलने के लिए प्रेरित किया है. बच्चे खेलेंगे तो स्वस्थ रहेंगे और अच्छा पढ़ेगें तथा देश की सेवा करेंगे. उन्होंने कहा कि गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले, इसलिए खेल में हार-जीत से ज्यादा महत्वपूर्ण खेल भावना और खेलना जरूरी है. ऐसे प्रतिभागी जो रनर अप हैं, वे निराश न हो और आगे फिर कोशिश करें. उन्होंने बच्चों से कहा कि अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए, विश्व स्तर पर देश का नाम रौशन करें. उन्होंने सभी बच्चों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.
67वीं राष्ट्रीय बॉस्केटबॉल शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के चैम्पियनशिप का खिताब छत्तीसगढ़ ने जीत लिया है. बीते 4 जनवरी से राजनांदगांव में आयोजित इस स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में छत्तीसगढ़ की बालक-बालिका टीम ने अपनी प्रतिद्वंदी टीमों को पराजित कर स्वर्ण पदक हासिल किया. छत्तीसगढ़ बालक 14 वर्ष की टीम ने दिल्ली को और बालिका 17 वर्ष की टीम ने हरियाणा को पराजित किया और चैम्पियनशिप का खिताब छत्तीसगढ़ के नाम किया.
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया नई दिल्ली द्वारा संचालित एवं स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 4 जनवरी से 7 जनवरी तक राजनांदगांव में आयोजित हुई. दिग्विजय स्टेडियम के बॉस्केटबाल कोर्ट में खेले गये 14 वर्ष बालक वर्ग के फायनल मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने अच्छे खेल का प्रदर्शन करते हुए एकतरफा मैच में दिल्ली को 30 के विरूद्ध 45 अंकों से पराजित करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया. बालक वर्ग में तीसरे स्थान पर सीबीएसईडब्ल्यूएसओ एवं चौथे स्थान पर राजस्थान की टीम रही.
प्रतियोगिता में मेजबान छत्तीसगढ़ की 17 वर्ष बालिका टीम ने फाइनल मैच में संघर्ष पूर्ण मुकाबले में हरियाणा को 38 के विरूद्ध 42 अंकों से हराकर विजेता बनी और स्वर्ण पदक हासिल किया. बालिका वर्ग में तीसरे व चौथे स्थान के लिए खेले गये मैच में सीबीएसईडब्ल्यूएसओ ने महाराष्ट्र को आसान मैच में 36-18 अंकों से हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया.
मेजबान छत्तीसगढ़ की बालक व बालिका टीम दोनों वर्गों में विजेता रही और चैम्पियनशिप के खिताब पर कब्जा किया. विजेता, उपविजेता सहित सभी प्रतिभागी, कोच, मैनेजर एवं अन्य सहयोगियों को पुरस्कृत किया गया. प्रतियोगिता में आन्ध्रप्रदेश, सीबीएसई, चण्डीगढ़, छत्तीसगढ़, सीआईएससीई, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईबीएसएसओ, आईपीएससी, जम्मू एण्ड कश्मीर, कर्नाटक, केन्द्रीय विद्यालय, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नवोदय विद्यालय, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, विद्या भारती, पश्चिम बंगाल, बिहार, मणिपुर और ओड़िसा की टीमों ने हिस्सा लिया.