
2500 की आबादी वाले गांव अंजोरा ढाबा प्यासे भटक रहे, कलेक्टर जनर्दशन में लगाई गुहार
दुर्ग- जिले के अंजोरा (ढाबा) के ग्रामीणों ने आज कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराते हुए पेयजल समस्या के निराकरण की मांग की है. पेयजल समस्या का 3 दिन के भीतर निवारण नहीं होने पर गांव के प्रवेश द्वार पर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है. दुर्ग शहर से 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम अंजोरा (ढाबा) में करीब 2500 की आबादी वाले इस गांव में जैसे ही फरवरी की शुरुआत हुई, एक-एक कर सभी ट्यूबवेल सूख गए. अब गांव का एकमात्र चालू ट्यूबवेल ही लोगों की प्यास बुझा रहा है, वह भी सिर्फ भगवान भरोसे चल रहा है कब बंद हो जाये कह नहीं सकते.
कलेक्टर जनर्दशन शिकायत पत्र में कहा गया कि ग्राम अंजोरा (बाबा) में पेयजल कोई भी प्रर्याप्त संसाधन नहीं है. जिसकी सूचना लगभग महीना भर से जिला प्रशासन को दिया जा रहा है परन्तु जिला प्रशांसन के लिए यह गांव का निजी मामला हो गया है शायद इस विषय में कोई जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है या जिला प्रशासन आज भी अंजोरा के प्यास से अनभिज्ञ है. शिकायत में कहा कि हमारे गाँव में एक ही मोटर पंप है जिससे पूरा गाँव पानी पी रहा है वो भी भगवान भरोसे चल रहा है कब बंद हो जाये कह नहीं सकते.
P. H. E. के पानी टंकी को 7 साल बने हो गए पर 7 दिन भी उसमे से गांव वालों को पानी नहीं पिलाया गया. जल जीवन का हालत बद से बदत्तर है. ऐसी स्थिति में सर्वप्रथम गाँव में तत्काल 4 से 5 बोर खनन किया जाये टेंकर द्वारा पानी सप्लाई किया जाये एवं सभी पुराने संसाधनों को नलकूपों हैंडपम्प को रिपेयर किया जाये या ब्लास्टिंग कर के तत्काल चालू करवाए जाये इससे हम ग्रामीणों को समस्या से निजात मिल सकेगी. यदि 3 दिवस के भीतर कोई उचित व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं किया जाता है तो हम ग्रामवासी गांव की प्रवेश मोड़ के शनि मन्दिर के पास क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ जाए