डीईओ ने शासकीय हायर सेंकडरी जेवरा के क्लर्क की सेवा की समाप्त
बिलासपुर – जिले के शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से अनुकम्पा नियुक्ति देने के मामले में एक और कार्रवाई हुई है. शिक्षक के मृत्यु के बाद दो बेटों के सरकारी सेवा में होने के बावजूद तीसरे पुत्र को नियम के विरूद्ध नौकरी दे दी गई थी. जांच के बाद डीईओ ने हायर सेकेण्डरी स्कूल जेवरा में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 की सेवा समाप्त कर दी है. जिले में अभी तक फर्जी अनुकम्पा नियुक्ति मामले में 9 क्लर्क बर्खास्त किये जा चुके हैं. कोरोना काल में शिक्षा विभाग में थोक के भाव में मृत शिक्षक और कर्मचारियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति दी. इसके आड़ में जमकर गड़बड़ी भी की गई. इस फर्जीवाड़े में एक नया मामला सामने आया है. इसमें बाजार पारा बलौदा जिला जांजगीर निवासी शिक्षक चक्रसुदर्शन टंडन की मृत्यु के बाद उसके पुत्र आलोक सुदर्शन टंडन को 28 जून 2021 को सहायक ग्रेड-3 की नौकरी दे दी गई. उसे मस्तूरी ब्लॉक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेवरा में पदस्थ किया गया था. तत्कालीन डीईओ और वर्तमान सहायक संचालक पी.दासरथी ने इस मामले में भी नियमों को ताक पर रख दिया था.