
भिलाई- गुमशुदा बच्चों की तलाश में दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बीते कुछ वर्षों की अपेक्षा वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा बच्चों की तलाश की गई. दुर्ग पुलिस द्वारा अभियान मुस्कान के तहत 214 बच्चों को बरामद किया है। इनमें से 179 बच्चे वर्ष 2022 में गुम हुए थे और शेष 35 बच्चे पूर्व के वर्षों में गुम हुए थे. सभी बच्चों को सकुशल उनके परिजनों को सौंपा गया है.
दुर्ग जिले में गुमशुदा बच्चों के तलाश के लिए मानव तस्करी सेल गठित किया गया है. इसके माध्यम से प्रत्येक लंबित प्रकरणों की पुनः समीक्षा की गई. गठित टीम एवं संबंधित थाना प्रभारियों द्वारा गुमशुदा बच्चों के परिजनों एवं ग्रामीणों से संपर्क कर पूछताछ किया गया. गुमशुदा तथा संबंधितों के मोबाईल डाटा, लोकेशन एवं सोशल मीडिया का भी सहारा लेकर अलग-अलग राज्यों को भी पुलिस टीम भेजी गई.
दुर्ग पुलिस द्वारा व्यापक स्तर पर चलाये गये अभियान के कारण पूर्व के वर्षों में गुम 35 बच्चों व 2022 में गुम 179 बच्चों सिहत कुल 214 बच्चों को ढूंढने में पुलिस को सफलता मिली है. इनमें 22 बच्चों को अन्य राज्य तेलगांना, पंजाब, उडीसा, गुजरात, महाराष्ट्र एवं उत्तरप्रदेश से सकुशल बरामद किया गया. पुलिस द्वारा चलाये जा रहे इस विशेष अभियान ने कई परिवारों के चेहरे में मुस्कान ला दी है. अभियान की सफलता को देखते हुए अभियान को आगे भी जारी रखने का निर्देश एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने दिया है.
दुर्ग पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों की बरामदगी का आंकड़ा देखें तो सर्वाधिक गुमशुदा बच्चों की तलाश कोतवाली दुर्ग क्षेत्र के बच्चों की हुई है. इस थाने के 24 बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया. इसके अलावा पुलगांव 19, सुपेला 18, छावनी 18, मोहन नगर 15, पुरानी भिलाई 15, जामुल 15, नेवई 12, नंदनी नगर 11, खुर्सीपार 9, वैशाली नगर 9, भिलाई नगर 8, धमधा 8, उतई 7, अमलेश्वर 7, बोरी 5, कुम्हारी 5, पाटन 4, जामगांव आर 2, अण्डा 2 तथा थाना भिलाई भट्ठी से गुम 1 बच्चे की तलाश की गई.