
छुरिया– गैन्दाटोला क्षेत्र के आसपास ग्राम खोराटोला, गर्रापार, दैहान, मावलीचुवा केशाल,हर्राटोला, चिरचारी बेलरगोंदी, पठान ढ़ोड़गी, कोलियारी, थैलीटोला, पंडरीपथरा, जोशीलमती, कोलिहालमती, सीताकसा, अलीवारा, फगरूटोला, नुनहाटोला, फाफामारसहित लगभग 50 से 60 गांव में विगत एक माह से बारिश नहीं होने के कारण जमीन में दरार आ जाने से फसल का ग्रोथ नहीं हो पा रहा है. फसल करने की स्थिति में है वैसे भी ध्यान बुवाई के समय अत्यधिक वर्षा हो जाने के कारण अधिकांश किसान लईचोपी पद्धति से धान बुवाई एवं रोपाई का काम किए थे लेकिन लगातार बारिश होने के कारण खेतों में पानी भर जाने से खान अंकुरित नहीं होने से लगभग 25 परसेंट नुकसान हो गया उसे समय भी किसान कड़ी मेहनत करके खेतों से पानी निकाल कर धान को किसी तरह बचा पाए थे.
अब लगातार एक माह बारिश नहीं होने के कारण फसल का बढ़वार रुक गया है. जबकि धान की फसल को 25 से 30 दिनों के बाद पानी की अत्याधिक जरूरत रहती है. कुल मिलाकर किसानों द्वारा आकलन किया जा रहा है कि अब किसानों का 50 प्रतिशत फसल वर्तमान स्थिति में नुकसान हो गया है .अगर एक सप्ताह के अंदर पर्याप्त बारिश नहीं हुआ तो धान के फसल को मवेशी खिलाने के लिए पैरा भी नहीं बन पाएगा.लगातार बिजली की कटौती होने से नलकूप वाले किसान भी अपनी खेतों में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. किसानों को अब चिंता सताने लगी है की खरीफ के समय लिए गए खाद, बीज ,नगद राशि का पैसा हम कैसे सोसाइटियों में जमा कर पाएंगे. अब गांव में जगह-जगह बैठक का दौर शुरू हो गया है. आसपास के किसानों द्वारा निर्णय लिया गया है कि एक सप्ताह के अंदर जिला कार्यालय जाकर कलेक्टर से गुहार लगाएंगे ताकि सुखा ग्रस्त घोषित किया जाय.
उक्त बातों की जानकारी सफल कृषक एवं पूर्व जनपद सदस्य हिरेन्द्र साहू सहित आसपास के ग्रामीणों द्वारा अकाल ग्रस्त घोषित करने की मांग की है.