
छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि केन्द्र की भाजपा सरकार बड़े उद्योगों को बेचने पर तुली हुई है. इसलिए छत्तीसगढ़ में अब छोटे छोटे स्थानीय उद्योगों पर फोकस किया जा रहा है. गोठानों में लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों का विकास हो रहा है, आदिवासी क्षेत्रों में वनोपज आधारित प्लांट लग रहे हैं. इमली प्रोसेसिंग प्लांट का उद्घाटन हो चुका है. कांकेर में कोदो-कुटकी का बड़ा उद्योग शुरू हो रहा है. दो साल के कोरोना काल के बावजूद भूपेश बघेल सरकार 45 हजार लोगों को रोजगार देने में सफल रही है. 0.3 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ छत्तीसगढ़ रोजगार देने वाले राज्यों में प्रथम स्थान पर है.
उद्योग मंत्री कलामंदिर सिविक सेन्टर में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस (एआईपीसी) द्वारा आयोजित उद्यमिता कार्यशाला को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल में सार्वजनिक क्षेत्र में जिन उपक्रमों को स्थापित किया, भाजपा की सरकार उन्हें बेचने पर उतारू है. इन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने हजारों की संख्या में छोटे और सहायक उद्योगों का मार्ग प्रशस्त किया. भाजपा इसके खिलाफ है. नगरनार में एनएमडीसी के संयंत्र को आज तक केन्द्र सरकार ने अनुमति नहीं दी है.
लखमा ने बताया कि हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लंदन की कंपनियों से एमओयू किया है जिसमें बस्तर का महुआ 116 रु के भाव से बेचा जाएगा. दंतेवाड़ा में डेनेक्स स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा रही हैं. बेमेतरा के एक किसान ने जर्मनी की कंपनी से 100 रुपए लीटर की दर से गोमूत्र बेचने का एमओयू किया है. प्रदेश सरकार इसमें सहयोग कर रही है.
एआईपीसी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष क्षितिज चंद्राकर ने इस अवसर पर कहा कि सरकार उद्यमिता के नये विचारों को बढ़ावा दे रही है. इससे गांव-गांव में उद्यमी उभर रहे हैं. युवाओं को स्टार्टअप के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे उद्यमिता के लिए अच्छा माहौल बना है. एआईपीसी इसमें रचनात्मक सहयोग दे रही है. उन्होंने एआईपीसी की गतिविधियों का विस्तार से ब्यौरा दिया. एआईपीसी द्वारा आयोजित इंगेज कार्यक्रम में युवा उद्यमियों के साथ उद्यमिता एवं अवसरों पर भी खुलकर चर्चा की गई. शेयरिंग ऑफ थॉट्स में न्यू स्टार्टअप के लिए आईडिया और शुरू करने की प्रक्रिया भी बताई गई.
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है. उन्होंने युवाओं से स्टार्टअप हेतु नये-नये आइडिया सीधे तौर पर साझा करने का भी आग्रह किया.
दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा ने बताया कि खेलकूद को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार अभी हॉकी मैदान बना रही है. फुटबाल ग्राउंड की मांग को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे. दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि ठगड़ा बांध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां भी रोजगार के अवसर मिलेंगे. भिलाई महापौर नीरज पाल ने बताया कि गौठानों के आजीविका समूहों से महिलाएं स्वावलंबी हो रही हैं.
इस अवसर पर पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, एआईपीसी के पॉलिसी व रिसर्च राष्ट्रीय संयोजक प्रत्यूष भारद्वाज, उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल, मीडिया समव्यक दीप सारस्वत, सुदीप मैत्रा, भिलाई पालिका एमआईसी सदस्य सीजू एंथोनी, अश्वनी शास्त्री, योगेश राठी, शदाब ख़ान, रसिका बहादुर, आरिफ़ ख़ान, बीएसपी एन्सेलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष रतन दास गुप्ता, आदि उपस्थित थे. छात्रों ने अपने स्वरोजगार संबंधी सवालों को बड़े ही बेबाकी के साथ जनप्रतिनिधियों के बीच रखकर उनका जवाब प्राप्त किया.