
भिलाई- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय तथा राजयोगा एजुकेशन रिसर्च फाउंडेशन के शिक्षा प्रभाग द्वारा सेक्टर- 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में छात्रों के सर्वांगीण विकास की लिए आयोजित उत्कर्ष समर कैंप का भव्य उद्घाटन हुआ. सर्वप्रथम अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की. कार्यक्रम का मंच संचालन ब्रह्माकुमारी गायत्री और पूजा दीदी ने किया. स्वागत नृत्य डिवाईन ग्रुप के बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किया.
मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल ने ब्रह्माकुमारीज के कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज जरूरत है कि बच्चे के मन के भावों को समझकर शिक्षा दें. माता-पिता बहुत कुछ नहीं लेकिन सब कुछ करते हैं बच्चों के लिए. यह समर कैंप न सिर्फ नैतिकता का विकास कर आपके चरित्र को श्रेष्ठ बनाएगा बल्कि आपको देश का अच्छा नागरिक भी बनाएगा.
सांसद विजय बघेल ने कहा कि यह समर कैंप आपको आत्मसम्मान, आत्मज्ञान, आत्मविश्वास से परिपूर्ण करेगा. ब्रह्माकुमारी संस्था की हर कार्यक्रम की नवीनता रहती है, उसका उदाहरण आप बच्चों को ध्रुव, अर्जुन, प्रहलाद, श्रवण कुमार के बारे में बताकर ग्रुप बनाकर बैठाया गया है. मैं इस पीस ऑडिटोरियम और ब्रह्माकुमारी बहनों से शक्ति लेकर जाता हूं. मुझे बड़ा अच्छा अनुभव हो रहा था मंच से कि इतने सारे बच्चे पूरे 2 घंटे शांति से बैठ कर पूरी बातों को ध्यान पूर्वक सुन रहे हैं.
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका एवं मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी प्राची दीदी ने समर कैंप का लक्ष्य बताते हुए कहा कि बच्चों के मन में विचारों का सैलाब आता है, आज बच्चों की उंगलियां मोबाइल पर सबसे तेज गति से नाचती है. बच्चों का मन, मस्तिष्क बहुत शुद्ध होता है. इस उम्र में आप बच्चे बहुत सारी चीजों को ग्रहण करते हैं जिसके आधार पर आपके जीवन भर के संस्कार बनते हैं.
बच्चों को श्रवण कुमार, प्रहलाद, अर्जुन, ध्रुव इनके जीवन के बारे में बताकर ग्रुप बनाए गए. प्राची दीदी ने बताया कि मेडिटेशन से पॉजिटिव और पावरफुल थॉट्स के माध्यम से आप अपनी मैजिक मेमोरी बना सकते हैं.
इस कार्यक्रम की प्रेरणा स्त्रोत एवं भिलाई सेवा केन्द्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा कि लगभग 25 वर्षों के पूर्व बच्चों की क्लास से समर कैंप की शुरुआत हुई. सभी यह लक्ष्य रखे कि मेरा जीवन समाज, देश के लिए, विश्व के लिए आदर्श बने. किसी भी चीज की जब शुरुआत होती है, तो उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. आई एम यूनिक, मैं सबसे अच्छा हूं, आपने अभिमान और स्वमान में अंतर बताते हुए कहा कि मैं सबसे अच्छा हूं तो किसी को नीचा न समझो. दुनिया में जल्दी अभिमान में आ जाते हैं नहीं तो निराशा डिप्रेशन में, कि मुझे कुछ नहीं आता. न अभिमान न निराशा हमें सेल्फ रिस्पेक्ट में रहना है कि मैं विशेष परमात्मा की संतान सबसे श्रेष्ठ हूं. कार्यक्रम में सहायक संचालक अमित घोष भी उपस्थित रहे.
सुबह 8:30 से 10 बजे तक चल रहे इस अनोखे समर कैंप में जिन बच्चों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वे कल भी आकर रजिस्ट्रेशन कराके कैंप में भाग ले सकते हैं.अंत में सभी बच्चों को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करा कर, सोने से पहले 5 मिनट मेडिटेशन और सुबह उठते ही 5 मिनट मेडिटेशन का होमवर्क दिया गया. जिसके लिए बच्चों को मेडिटेशन कमेंट्री भी प्रदान की गई.