
छोटे बच्चे हमारे घर की रौनक होते हैं. बच्चों का हंसना खिलखिलाना मां-बाप या रिश्तेदारों को खूब पसंद आता है. कई बार मां-बाप प्यार में बच्चों को एंटरटेन करने के लिए हवा में जोर-जोर से उछलते हैं. ऐसा आपने अपने घर में भी देखा होगा. जब आप ऐसा करते हैं तो बच्चे खूब खिलखिलाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपके बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है. इससे बच्चे की जान भी जा सकती है इसका असर ब्रेन पर सबसे ज्यादा पड़ता है और आपका बच्चा शेकेन बेबी सिंड्रोम का शिकार हो जाता है.
हवा में बच्चे को उछालने के नुकसान
डॉक्टर की माने तो जब आप बच्चे को हवा में उछालते हैं तो इस दौरान उनका सिर पीछे की ओर चला जाता है. कई मामले में उनका ब्रेन भी मूव हो सकता है. ब्रेन में इन्फ्लेमेशन होने का भी खतरा रहता है. ब्रेन की ग्रोथ भी रुक सकती है. इसके साथ ही न्यूरोलॉजिकल डिजीज होने का भी खतरा बना रहता है और सबसे ज्यादा चिंता की बात तो यह है कि इन डिजीज का आसानी से पता नहीं चलता.
शेकेन बेबी सिंड्रोम के लक्षण
- जरूरत से ज्यादा चिड़चिड़ा होना
- सांस लेने में समस्या
- उल्टियां आना
- स्किन का रंग पीला या नीला होना
- बेहोश होना
- कोमा और लकवा मरना
- हड्डियों और पसलियों में फ्रैक्चर
- आंखों के अंदर ब्लीडिंग
क्या कहते हैं डॉक्टर
बच्चे वैसे भी नाजुक होते हैं. उनके शरीर का हर हिस्सा कमजोर होता है, क्यों कि ये डेवलपिंग स्टेड में होता है. 2 साल से कम उम्र के बच्चों की गर्दन की हड्डी बहुत ही कमजोर है और लचीली होती है. इसके साथ ही बच्चे अपने शरीर पर नियंत्रण भी बनना नहीं जानते हैं. ऐसे में जब आप बच्चे को हवा में उछालते हैं तो उन्हें अंदरूनी चोट लगने का खतरा बना रहता है. इस दौरान बच्चे का ब्रेन डैमेज हो सकता है और उसकी मृत्यु भी हो सकती है.
डॉक्टर ये भी कहते हैं कि छोटे बच्चे का सर उनके शरीर से कहीं ज्यादा बड़ा होता है. इसलिए जब आप उन्हें हवा में उछालते हैं तो प्रेशर उनके मस्तिष्क पर पड़ता ह कई बार अंदर से चोट लग जाती है जो दिखाई नहीं देती. लेकिन अंदर अंदर ही बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.
कैसे करें बचाव
सबसे पहले तो बच्चे को हवा में उछालने से बचना चाहिए, और अगर शेकेन बेबी सिंड्रोम के लक्षण दिखाई भी दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके इलाज कराना चाहिए.