
सुरेश पाटले
जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
क्षेत्र के कला और कलाकारों को मिलेगा महत्व
कोण्डागांव. कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में विश्रामपुरी स्थित जनपद पंचायत सभाकक्ष में जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणानुरूप मांझीनगढ़ को पर्यटकों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनाने तथा यहां के स्थानीय निवासियों के आजीविका संवर्धन हेतु जंगल सफारी एवं बायोडायर्वसिटी पार्क के रूप में विकसित करने हेतु निर्मित कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गयी. इस दौरान कलेक्टर एवं सभी समिति सदस्यों ने एक मत होते हुए मांझीनगढ तथा जिले के समस्त पर्यटक स्थलों के उन्नयन कार्यों में पर्यावरण को संरक्षित करते हुए केवल आवश्यक आधारभूत संरचनाओं के विकास पर सहमति दी. कलेक्टर ने पर्यटक स्थलों को अधिक से अधिक प्राकृतिक रूप से संरक्षित कर उन्नयन करने के निर्देश दिये. उन्होंने मांझीनगढ़ को जंगल सफारी की तर्ज पर विकसित करने हेतु अधिकारियों को पर्यटक स्थलों पर सूचना पटल लगाने, पर्यटन सुविधा केन्द्रों को सुचारू रूप से संचालित करते हुए जिले में शिल्प कलाओं को पर्यटन सर्किट से जोड़ते हुए शिल्पकारों के ग्रामों में होम स्टे की व्यवस्था करते हुए शिल्प कलाओं एवं कलाकारों को प्रोत्साहन देने को कहा गया है. जिसमें समिति सदस्यों द्वारा चनाभर्री के बांस शिल्प, कुम्हारपारा के टेराकोटा शिल्प, कोसमी, सिदावंड, बुनगांव, गढधनोरा, कोरगांव एवं खलारी के कलाकारों को भी स्थान देते हुए होम स्टे की व्यवस्था की जायेगी.
बैठक में जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा, डीएफओ केशकाल एन गुरूनाथन, डीएफओ कोण्डागांव आरके जांगड़े, विधायक केशकाल कमलेश ठाकुर, विधायक कोण्डागांव कैलाश पोयाम, विधायक नारायणपुर वरूण सेठिया सहित गांव के सरपंच तथा सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.