
लोहारीडीह हत्याकांड: कचरू साहू की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा, 4 आरोपी गिरफ्तार
कवर्धा- 15 सितम्बर को शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मध्यप्रदेश के बीजाटोला गांव के खार में शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू की लाश फांसी के फंदे पर लटके मिली थी. पुलिस ने मामले में जांच के बाद खुलासा किया है कि शिवप्रसाद की मौत आत्महत्या नहीं थी बल्कि उसकी हत्या हुई थी. मध्यप्रदेश पुलिस ने हत्या के आरोप में 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसका खुलासा आज दोपहर 02 बजे मध्यप्रदेश के बैहर में मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की संयुक्त टीम करेगी. इस मामले में आखिरकार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस शिव प्रसाद साहू के कातिलों तक पहुंची और मृतक रघुनाथ साहू के बेटे दिनेश साहू समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है.
गिरफ्तार आरोपी
- दिनेश कुमार पिता रघुनाथ साहू जाति तेली उम्र 33 वर्ष निवासी ग्राम लोहारीडीह थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम छत्तीसगढ़
- रोमन पिता सनूकलाल साहू (रघुनाथ का भांजा) जाति तेली उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम लोहारीडीह थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम, छत्तीसगढ़
- टेकचन्द पिता सनूकलाल पटेल जाति मरार उम्र 24 वर्ष निवासी भेलवाटोला थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम, छत्तीसगढ़
- राखीलाल पिता सुखराम हिरवाने (दिनेश की बुआ का बेटा)जाति तेली उम्र 40 वर्ष निवासी बनाफरटोला ग्राम रेलवाही थाना बिरसा, जिला बालाघाट
पूरा मामला मध्यप्रदेश के बिरसा थाना क्षेत्र के ग्राम बीजाटोला का है. 15 सितम्बर की सुबह शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली थी. उसके बाद लोहारीडीह के ग्रामीणों ने शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू की हत्या होने के शक में मृतक रघुनाथ साहू का घर घेर लिया और उसे बंदी बनाया. उसके बाद उनके परिजनों से मारपीट की और घर को आग के हवाले कर रघुनाथ साहू को जिंदा जला दिया था. रेंगाखार पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रघुनाथ साहू की हत्या के आरोप में गांव के 168 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज कर 33 महिला समेत 69 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं हत्या के आरोप में बंद विचाराधीन कैदी प्रशांत साहू की मौत जेल में हुई थी. इस दौरान परिजनों ने पुलिस पिटाई के चलते प्रशांत साहू की मौत होने का आरोप लगाया था. वहीं इस मामले में शासन ने आईपीएस विकास कुमार के निलबंन की कार्रवाई की थी और रेंगाखार थाना प्रभारी सहित 32 लोगों को लाइन अटैच किया था. कलेक्टर एसपी का ट्रांसफर किया गया.